जनसागर टुडे संवाददाता
गाजियाबाद। कोरोना काल में जहां कुछ लोग मानवता को किनारे कर अपनी तिजौरी भरने में लगे हैं और इसके लिए इंसानियत को भी तार-तार कर रहे हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो निस्वार्थ भाव से लोगों की सेवा करने में लगे हैं। इनमें शहर के प्रमुख ईएनटी विशेषज्ञ डॉ बी पी त्यागी का नाम सबसे पहले आता है। डॉ बी पी त्यागी ने वर्ष 2020 में भी कोरोना काल में इंसानियत की मिसाल कायम की थी। उस समय जब अधिकांश डॉक्टर अपने क्लीनिक को बंद कर घरों में आराम फरमा रहे थे, तो डॉ बीपी त्यागी ने दिन-रात मरीजों की सेवा की थी। अब अप्रैल माह से शुरू हुई दूसरी लहर कहर मचा रही है तो उस समय भी डॉ बी पी त्यागी अपना फर्ज नहीं भूले और अपनी जिंदगी को दांव पर लगाकर दिनरात मरीजों की सेवा करने में लगे हैं। जहां शहर के बहुत से डॉक्टर अपने फर्ज को भूलकर क्लीनिक बंद कर चुके हैं और घर से बाहर तक नहीं निकल रहे हैं, वहीं डॉ बी पी त्यागी खुद को अपने परिवार को भूल मरीजों की निरंतर सेवा करने में लगे हैं। इसके लिए वे दिन-रात भी नहीं देख रहे हैं। उनका एकमात्र लक्ष्य मरीजों का इलाज कर उन्हें कोरोना व अन्य बीमारियों से मुक्त करना है। उनके पास कोई जरूरतमंद मरीज आता है तो उससे वे कोई फीस तो लेते ही नहीं हैं, साथ ही दवा भी निशुल्क देते हैं। कोरोना काल में डॉ बी पी त्यागी द्वारा मरीजों की जा रही सेवा के लिए गाजियाबाद या प्रदेश ही नहीं पूरे देश में प्रशंसा हो रही है। फिर भी डॉ बी पी त्यागी यही कहते हैं कि वे तो सिर्फ अपना फर्ज पूरा कर रहे हैं। यदि डॉ बी पी त्याी की तरह ही सभी डॉक्टर अपने फर्ज को निभाएं तो हमारा देश जल्द ही कोरोना से मुक्त हो जाएगा।