जनसागर टुडे संवाददाता
गाजियाबाद: दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री अशोक गोयल का कहना है कि व्यापारी जन सेवा का आधार है। सदा आगे रहता है । देश के प्रति समर्पित भाव से योगदान प्राथमिक कर्तव्य मानता है। इस वर्ग के सहयोग बिना वितरण व्यवस्था की कल्पना भी नही की जा सकती। प्रतिस्पर्धात्मक दरों पर कश्मीर से कन्या कुमारी तक जरूरी चीजें उपलब्ध कराने हेतु 16 घण्टे परिश्रम करता है।
उधार लेता भी है जरूरत मन्द को देता भी है। वितरण यदि भृष्ट हाथो में चला जाये तो स्थिति भयावह बन जाएगी। कोरोना ने इंसान को दुख पहुंचाया है।अनगिनत जिंदगियो को लील लिया है। बचाव हेतु सबने अपने ढंग से प्रयास किया है। कर रहे है । कारोबारी भी अग्रिम मोर्चे पर रह आवश्यक वस्तुए जन जन तक पहुंचाने में जुटे है।
मानव सेवा की बात आती है तो समूचे देश का कारोबारी जरूरत मन्द की सेवा में जुटा है। निशुल्क भोजन, पहुंचा रहा है। समाज सेवी संगठनों आरएसएस व अन्य माध्यमो से सेवा में जुट कर लोगो की जान बचाने में योगदान दे रहा है। ऐसे वर्ग को कोरोना वारियर के रूप में चिन्हित होना न्याय संगत है । हर जगह ये वर्ग सेवा में जुटा मददगार बना घूम रहा है चिकित्सा कर्मी ,प्रशासनिक मशीनरी व अन्य सेवाओ की तरह मध्यम कारोबारी भी अपनी।
आत्मा की संतुष्टि के लिए कोरोना से संघर्ष कर रहा है । जान भी खो रहा है सरकार से यह अपेक्षा कि पंजीकृत दुकानदार की कोरोना से म्रत्यु होने पर उसके आश्रित को दुर्घटना बीमा की राशि 10 लाख रुपये उपलब्ध कराई जाए पूरी तरह न्याय संगत है । प्रदेश सरकार व्यापारी हित चिंतक है आशा है समुचित निर्णय ले कर सामाजिक सुरक्षा उपलब्ध कराई जाएगी।