चुनावों में खर्च होंगे करोड़ो तो कोविड-19 में खर्च होगी विकास निधि क्यों
विकास निधि का उपयोग,विकास कार्यों के लिए होना चाहिए
कोरोना महामारी से निपटने के लिए हो व्यक्तिगत प्रयास
जनसागर टुडे संवाददाता
गाजियाबाद : उजागर फाउंडेशन की अध्यक्ष शिवानी जैन ने मुख्य् मंत्री योगी को लिखा पत्र शिवानी जैन ने बताया कि ,लोकतांत्रिक परपंरा होने के कारण हम अपना प्रतिनिधि स्वयं चुनते है।प्रतिनिधि का चयन चुनाव के माध्यम से होता है चुनावी खर्च के लिए चुनाव आयोग द्वारा सीमा निर्धारित है।जोकि राजनैतिक दलों व प्रत्याशी द्वारा वहन किया जाता है। आम तौर पर देखने मे आया है कि चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी अपने मतदाता को लुभाने के लिए अनाप-शनाप खर्च करते है।
जोकि उनके खुद के या सहयोगियों द्वारा एकत्रित की गयी होती है। जहाँ चुनाव में एक ही उम्मीदवार द्वार लाखों करोड़ों खर्च किए जाते है वही दुसरी ओर कोविड-19 संक्रमण से लड़ने के लिए हमारे जनप्रतिनिधि अपने स्रोतों का उपयोग करने के बजाए शासन से मिलने वाली उस निधि का उपयोग कर रहे है।जिसे की विकास कार्यो में लगाया जाना चाहिए अगर विकास निधि ही उपयोग में लायी जानी है
तो जनप्रतिनिधि होने का क्या फायेदा वर्तमान जनप्रिनिधि सहित बाकी दलों को भी इस आपदा कॉल में अपने प्रयास से धन संग्रह कर इस आपदा से निपटने का उपाय करना चाहिए। इस आपदा कॉल में उनके स्तर से किया गया थोड़ा सा सहयोग भी लोंगो को वास्तविक मदद पहुचाएगा तब शायद चुनाव में भी उन्हें करोड़ो खर्च ना करने पड़े ओर जनता खुद से पहल कर उन्हें ही अपना जनप्रतिनिधि स्वीकार करना पसंद करें।