जनसागर टुडे संवाददाता
साहिबाबाद : स्वच्छ भारत अभियान उत्तर प्रदेश के कार्यकारी संयोजक विजय भारद्वाज ने भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को क्लीनिकल ट्रायल को DGCI की मंजूरी मिलने पर खुशी जताते हुए कहा की इससे देश के युवा और नौनिहालों जिनकी उम्र 2 से 18 साल के बीच है उनको कोरोना वैक्सीन का टीका लगाना संभव हो सकेगा।
विशेषज्ञों का कहना है की कोरोना की तीसरी लहर छोटे बच्चों को सबसे ज्यादा प्रभावित करेगी कोरोना की तीसरी लहर के बारे में विशेषज्ञों का कहना है की बच्चों को लिए वायरस काफी ख़तरनाक होगा तीसरी लहर आने तक देश में अधिकतर वयस्कों को कोविड-19 की वैक्सीन पहली डोज लग चूका होगा
जिससे बच्चों की तुलना में वह काफी सुरक्षित होंगे कोविड-19 वैक्सीन को अभी तक 16 साल से अधिक उम्र वाले लोगों पर टेस्ट किया गया है इसलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 16 साल से कम उम्र के बच्चों को यह वैक्सीन ना लगाने की सलाह दी थी बच्चों में कोरोना का खतरा अधिक होने के बावजूद भी डब्ल्यू एच ओ ने बच्चों को वैक्सीन ना लगवाने की बात कहीं है।
तीसरी लहर के आशंका को देखते हुए DCGI ने भारत बायोटेक के कोवैक्सीन के 2 से 18 आयु वर्ग में दूसरे एवं तीसरे फेज के क्लीनिकल ट्रायल की अनुमति दे दी है। जिसमें भारत बायोटेक के 525 स्वस्थ्य वालंटियर्स पर यह ट्रायल होगा।
स्वच्छ भारत अभियान उत्तर प्रदेश के कार्यकारी संयोजक विजय भारद्वाज ने कहा की मोदी सरकार के आत्म निर्भर भारत के सिद्धांतों पर चलते हुए भारत बायोटेक ने सीमित समय में कोवैक्सीन का निर्माण कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपना दबदबा बनाने में कामयाब रहा
इसके साथ ही विजय भारद्वाज ने कहा मोदी सरकार के दूरदर्शिता का ही परिणाम है की देश के युवा और नौनिहालों पर खतरे की आशंका को देखते हुए कोविड-19 का क्लीनिकल मंजूरी मिल गई साथ ही इंटरनेशनल फार्मा माफिया के मंसूबों को ध्वस्त करने का भी प्रयास किया है