जनसागर टुडे : धीरेन्द्र अवाना
नोएडा । कोरोना के बढ़ते प्रकोप का असर पूरे प्रदेश में देखने को मिला रहा है।बात करे जिला गौतमबुद्ध नगर की तो यहा हालात बत से बतर है। यहा अस्पतालों में ना तो दवाई,ऑक्सीजन और बेड की जबर्दस्त किल्तत है।मुख्यमंत्री के नोएडा आगमन से पहले ही जिले की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं की पोल खुल गयी है।
आपको बता दे कि इलाज के लिए दर-दर की ठोकर खाने के बाद भी इलाज ना मिलने पर जेवर के मेवला गोपालगढ़ गांव के ग्रामीणों के स्वजन ने गांव में एक स्थान पर नीम के पेड़ के नीचे ही खाट बिछा मरीज का इलाज शुरू कर दिया।और तो और आक्सीजन के साथ ही इलाज की सारी व्यवस्था वहीं पर कर दी। जिले में मुख्यमंत्री के दौरे की सूचना के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने गांव पहुंचकर मरीजों के परिजनों ने समझाने का प्रयास किया लेकिन वो नही माने।हद तो तब हो गयी जब मरीजों के परिजनों ने उनको खरी-खोटी सुनाकर वापस भेज दिया।
और तो और कुछ दिन पूर्व सांसद व पूर्व मंत्री डॉ. महेश शर्मा के जनप्रतिनिधि सतपाल तालान के बड़े भाई हरवीर सिंह को भी स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का शिकार होना पड़ा।योगेश तालान ने बताया कि हरवीर सिंह ने 29 अप्रैल को जिम्स ग्रेनो में कोविड का पहला टीका लगवाया था,जिसके बाद हरवीर की तबीयत खराब रहने लगी। जांच में रिपेार्ट पॉजिटिव आई।
जेवर से नोएडा तक के अस्पताल में भर्ती कराने के लिए दौड़ लगाई, लेकिन किसी ने भर्ती नहीं किया।बताते चले कि गोपालगढ़ गांव में दो सप्ताह में तीन लोगों की बीमारी से मौत हो चुकी है,जिसकी वजह से ग्रामीणों में भय का माहौल है। ग्रामीणों ने बताया कि एक मई को राधेश्याम, नौ मई को राजेंद्र सिंह व 14 मई को इंद्रजीत की मौत हो चुकी है।गांव में लगभग प्रत्येक घर में बुखार, खांसी व जुकाम के मरीज हैं।