आजमगढ़/ प्रज्वल सिंह : जिला पंचायत से होने वाली चार सड़कों का निर्माण अब एफडीआर (फुल डेप्थ रिक्लिेमेशन) तकनीक से होगा। 10 करोड़ की लागत से 15.37 किमी लंबी इन सड़कों के निर्माण के लिए टेंडर का कार्य पूरा हो गया है।
यह टेंडर इटली की एक कंपनी के नाम पर खुला है। कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम इन सड़कों का सर्वे करने के लिए शुक्रवार को जनपद पहुंच चुकी है।
पंचायत चुनाव के कारण जिला पंचायत द्वारा लगभग दो सौ सड़कों का टेंडर कराया गया था। चुनाव घोषित हो जाने के कारण टेंडर नहीं खुल सका। अब चुनाव की प्रक्रिया संपन्न हो चुकी है तो जिला पंचायत इन टेंडरों को खोलने की तैयारी में जुट गया है। ताकि जनपद में ठप पड़ चुके विकास कार्यों को गति मिल सके। वहीं सरकार की ओर से कुछ सड़कों का निर्माण एफडीआर तकनीक से कराने का निर्णय लिया गया था।
अब तक उप्र में किसी भी सड़क का निर्माण एफडीआर तकनीक से नहीं हुआ है। इसके लिए पूरे देश से प्रस्ताव मांगे गए थे। प्रदेश के चार जनपदों के प्रस्ताव को पायलट प्रोजेक्ट के तहत स्वीकृत किया गया है। इसमें आजमगढ़ के साथ जौनपुर, सिद्घार्थ नगर और सहारनपुर शामिल है। जिसमें आजमगढ़ जनपद चार सड़कों को इस पायलट प्रोजेक्ट में शामिल किया गया है।
नौ करोड़ 53 लाख रुपये की लागत से इन सड़कों का निर्माण आधुनिक तकनीक से किया जाएगा। इसके लिए शासन स्तर से टेंडर का काम पूरा हो चुका है। जिसमें इटली की कंपनी ब्लैक लेड को सड़कों के निर्माण का जिम्मा सौंपा गया है। शुक्रवार को आधुनिक तकनीक से निर्मित होने वाली सड़कों के सर्व के लिए कंपनी के अधिकारियों और कर्मचारियों की टीम जनपद पहुंच गई है। सर्वे के बाद कंपनी द्वारा इन सड़कों का निर्माण शुरू किया जाएगा।
इन सड़कों का होगा निर्माण
आजमगढ़। जनपद में आधुनिक एफडीआर तकनीक से जिन सड़कों का निर्माण किया जाना है उनमें दीदारगंज पुलिस स्टेशन से अरनौला मार्ग का निर्माण कराया जाएगा। जिसकी लंबाई चार किमी है। इसे बनाने की लागत दो करोड़ 50 लाख रुपये है। दूसरा मार्ग कोल्हौरा से बाकरकोल, छितौना होते हुए दमदियावन मार्ग है। जिसकी लंबाई 4.7 किमी है। इसकी लागत दो करोड़ 95 लाख निर्धारित की गई है। तीसरा कंधरापुर से जोलहापुर मार्ग है।
जिसकी लंबाई 3.35 किमी है। इसकी लागत दो करोड़ आठ लाख रुपये निर्धारित है। चौथा मार्ग बुढ़उ बाबा केराकत रोड से चेवार गांव तक 3.25 किमी लंबा है। इस मार्ग की लागत एक करोड़ 99 लाख रुपये निर्धारित की गई है। इस प्रकार कुल 15.37 किमी मार्ग का निर्माण नौ करोड़ 53 लाख रुपये की लागत से किया जाएगा। क्या है।
एफडीआर तकनीक आजमगढ़। इस तकनीक से सड़क निर्माण में बाहर का कोई सामान नहीं लगाया जाएगा। बल्कि केमिकल और सीमेंट को मिलाकर मजबूती से सड़कों का निर्माण किया जाएगा। इस तकनीक से बनने वाली सड़कें कम से कम 10 साल तक नहीं टूटेंगी।