जनसागर टुडे : धीरेन्द्र अवाना
नोएडा । कोरोना से जूझ रहे लोगों को अब एक नई बिमारी ने म्यूकरमाइकोसिस यानी ब्लैक फंगस से रुबरु होना पड़ रहा है। दरअसल दुर्लभ किस्म की यह बीमारी कोरोना से उबरे मरीजों में तेजी से पनप रही है।देेश के कई राज्यों में कई मामले के बाद अब उत्तर भारत में भी इसका प्रकोप दिखने लगा है।इस बीमारी से अंधेपन का खतरा रहता।अब तक कई लोग आंखों की रोशनी खो चुके हैं।इसकी दवाएं और इंजेक्शन महंगे होने के कारण ये गरीबों की पहुच से दूर है।
जाने क्या है ब्लैक फंगस (म्यूकोरमाइकोसिस)
भारतीय चिकित्सा विज्ञान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक, म्यूकर माइकोसिस एक तरह का दुर्लभ फंगल इंफेक्शन है जो शरीर में बहुत तेजी से फैलता है।यह संक्रमण मस्तिष्क,फेफड़े और त्वचा पर भी असर कर रहा है। इस बीमारी में कई के आंखों की रौशनी चली जाती है वहीं कुछ मरीजों के जबड़े और नाक की हड्डी गल जाती है।अगर समय रहते इलाज न मिले तो मरीज की मौत हो सकती है।म्यूकोरमाइकोसिस एक जानलेवा बीमारी है पर अगर समय रहते पता चल जाए तो इलाज संभव है।
अब आपको बताते है कि इस बिमारी के क्या क्या लक्षण है।
नाक जाम होना,आंखों और गालों पर सूजन या पूरा चेहरा की फूल जाना। कई बार नाक पर काली पपड़ी जम जाती है।आंखों के नीचे दर्द होता है, सिरदर्द रहता है और बुखार आता है।डॉक्टरों की माने तो यह इंफेक्शन नाक से शुरु होकर ऊपरी जबड़े तक जाता है और फिर दिमाग़ तक पहुंचता है।इसका एक ही इलाज है, लक्षणों को जल्द से जल्द पहचानें और डॉक्टर से संपर्क करें।
ऐसे रोगियों में ज्यादा पाया जाता है।
जिनका शुगर लेवल हमेशा ज्यादा रहता है जिन रोगियों ने कोविड के दौरान ज्यादा स्टेरॉइड लिया हो, काफी देर आईसीयू में रहे रोगी, ट्रांसप्लांट या कैंसर रोगियों में इस रोग के होने की ज्यादा संभावना है।
ताजा मामला नोएडा का है यहा एक मरीज को कोरोना के ठीक होने के बाद ब्लैक फंगस इंफेक्शन हो गया। आपको बता दे कि नोएडा में स्थित
बरौला गांव निवासी विपिन शर्मा ने बताया कि पिता मांगेराम शर्मा की कोरोना जांच कराई थी।कोरोना संक्रणम जांच रिपोर्ट के आधार पर उन्हें इलाज के लिए नोएडा कोविड अस्पताल में भर्ती कराया।
जहां करीब 10 दिन तक उनका इलाज चला। कोरोना से ठीक होने के बाद पिता को ब्लैक फंगस इंफेक्शन हो गया। इलाज के लिए कैलाश अस्पताल में भर्ती कराया।इलाज से पूर्व ही पिता की दोनों आंखों पूरी तरह से बंद हो चुकी है।उन्हें कुछ ठीक से दिखाई नहीं दे रहा है।
इंजेक्शन के लिए उन्होंने नोएडा के सभी बड़े अस्पतालों की फार्मेसी व मेडिकल स्टोर पर संपर्क किया।लेकिन कहीं भी इंजेक्शन नहीं मिला। बताते चले कि जिले में ब्लैक फंगस इंफेक्शन के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं।