मऊ। पिछले एक साल से जिला अस्पताल में तीन नए वेंटिलेटर जीवन रक्षक यंत्र खरीद कर लाए गए हैं। जिन्हें अभी तक प्रयोग में नहीं लाया जा सका। इसके पीछे गत वर्ष कमिश्नर आजमगढ़ की उपस्थिति में जानकारी प्राप्त हुई कि आपूर्तिकर्ता कंपनी द्वारा इंजीनियर भेजकर अभी इसे चालू नहीं कराया जा सका है। जबकि वेंटीलेटर के अभाव में मरीजों को काफी परेशान होना पड़ रहा है। खासकर कोविड कोरोना के दौरान वेंटिलेटर की अहमियत काफी बढ़ जाती है।
उपरोक्त समस्या को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता श्रीराम जायसवाल ने जिलाधिकारी, भाजपा नेताओं, मुख्य चिकित्सा अधिकारी व जनप्रतिनिधियों से अपील करते हुए मांग किया कि यदि इस जीवन रक्षक यंत्र को जिला अस्पताल में स्थापित नहीं करवा सकते तो किसी अन्य अस्पताल को ही कुछ दिनों के लिए दे दिया जाए। जिससे लोगों का कल्याण हो सके।बताया कि वेंटिलेटर मशीन की खरीद गत वर्ष ही की गई, लेकिन अभी तक जिला अस्पताल या जिला प्रशासन द्वारा संचालित अन्य किसी कोविड अस्पताल में स्थापित नहीं कराया जा सका।
जबकि वेंटिलेटर कोविड संक्रमित लोगों की ईलाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। स्थिति यह है कि जनपद में तमाम कोविड कोरोना की इलाज के लिए प्राइवेट हॉस्पिटल सेवा दे रहे हैं। लेकिन उनके पास वेंटिलेटर मशीन ना होने से हायर सेंटर को मरीज रेफर कर दिए जाते हैं। जबकि खुद जिला अस्पताल में 3-3 वेंटिलेटर पड़े हुए हैं।
जिसके लिए पिछले एक वर्षों से लगातार समाचार पत्रों के माध्यम से नेताओं जनप्रतिनिधियों अधिकारियों का ध्यानाकर्षण कराया गया। लेकिन किसी के कान पर जूं नहीं रेंगी। श्रीराम जायसवाल ने कहा कि यदि इसे जिला अस्पताल में स्थापित नहीं करवा सकते तो किसी अन्य हॉस्पिटल को कुछ दिन के लिए दे दिया जाए।