जनसागर टुडे संवाददाता
गाजियाबाद : पूर्व लोकसभा प्रत्याशी पंडित अशोक भारतीय ने कहा कि कोरोना वायरस अप्राकृतिक वायरस है जोकि चीन की जैविक युद्ध की तैयारी के बाद भारत पर जैविक आक्रमण लग रहा है वरना क्या कारण है कि कोरोना बीमारी के फैलने से पहले ही बडी मात्रा में बचाव की सामग्री मंगाकर छिपा देता है यह छिपाने का असफल प्रयास पूरी कहानी बयान कर रहा है आक्सीजन कंसेंट्रेटर के साथ ये नवनीत कालरा विरोधी राजनीतिक दल के विरोधी नेता का नजदीकी मित्र संलिप्त पाया गया है इसके साथ सख्ती से पूछताछ करने की आवश्यकता है
यह बहुत ही बडे सिंडिकेट का चेहरा है जोकि अंतरराष्ट्रीय ताकतो के भारत विरोधी षडयंत्रो का हिस्सा है सत्ता के भूखे भेडिये जिन्हें नेता कहना भी शर्मनाक है उनके समर्थको को भी विचार करना चाहिए कि वह भारतीय नागरिको की लाशो पर चलकर चीन के साथ गठजोड कर सत्ता पाने को बेताब हैं नवनीत कालरा की बहन की शादी भूतपूर्व सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश ए के सीकरी के बेटे के साथ हुई है और ये कैसे भी कर के उसे बचाने के लॉबी कर रहे हैं।
सीकरी परिवार नवनीत कालरा के लिए अंतरिम जमानत के लिए जुगाड़ में लगा हुआ है। और नवनीत कालरा खुद कहीं छुपा हुआ है। पूरी क्रिकेट टीम से नवनीत के बहुत घनिष्ठ संबंध हैं क्योंकि वो इनके लिए खाना, पीना, कोकेन, शबाब सब का इंतजाम करता है। वहां से भी ये मदद की कोशिश में लगा है। 300 से ज्यादा जो ऑक्सीजन मशीनें छतरपुर में मैट्रिक्स सेलूलर के अॉफिस से बरामद हुई हैं और उसका मैनेजर गौरव सिंह जिसको गिरफ्तार किया गया है वो भी नवनीत कालरा का जोड़ीदार है। एक और गगन दुग्गल जो लंदन में छुपा हुआ है। उसकी पत्नी उर्वशी कौर पूर्व सेनाध्यक्ष जे जे सिंह की बेटी है।
जे जे सिंह ने अकाली दल ज्वाइन किया है और ये पंजाब में अमरिंदर सिंह के खिलाफ चुनाव भी लड़ा था। गगन दुग्गल अॉक्सीजन की कालाबाजारी के अलावा सेना के कार्यों में अपने खास लोगों को जे जे सिंह के आशीर्वाद से ठेके दिलवाने के नैक्सस में भी शामिल था। तो ये जे जे सिंह भी अपने दामाद को बचाने में जी जान से लगा हुआ है। तो ये है इस पूरी लॉबी का एक छोटा सा हिस्सा। शायद अब कुछ समझ में आये कि क्यों हर बिल मोदी के नाम पर ही फट रहा है।
इन कालाबाजारी करने वालों को पकड़ कर कठोर से कठोरतम सजा मिलनी चाहिए जिनकी वजह से हजारों लोगों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। इन कालाबाजारियों को सबके सामने एक्सपोज़ होना ही चाहिए मेरी चिंता यह नही है कि संजीव खन्ना, गगन दुग्गल व नवनीत कालरा के विभिन्न ठिकानों से एक हज़ार के करीब ऑक्सीजन कंसेंट्रेटर्स जब्त किये गए।
मेरी चिंता है कि मैट्रिक्स सेलुलर नामक उनकी कम्पनी ने अक्टूबर 20 से फरवरी 21 के बीच चीन से 5000 कंसेंट्रेटर्स मंगा कर जमा किये थे, क्यों भाई उस समय तक तो कोविड इस रूप में पुनः आयेगा कोई नही जानता था, निश्चित ही उनकी चीन से कोई दुरभि संधि थी और म्युटेंट वायरस भी चीन के देन है। सेलुलर कम्पनी का कंसेंट्रेटर्स का क्या लेना देना। कोई बहुत बड़ी साज़िश है।
भारत के विरुद्ध अमल में लाई जा रही है मोदी विरोध में कुछ नेता देश विरोधी व्यवहार पर उतर आये हैं। जनता इस मौत की आंधी चलाने वाले हाथ को देर सवेर पहचान ही लेगी बहुत तीखा सबक सिखाने की जरूरत है इन नर पिशाचो को चाहे कितने ही बडे बडे चेहरे हैं।कालाबाजारी नवनीत सहगल और उसके साथियों पर देशद्रोह का मुकदमा चलाने की पंडित अशोक भारतीय की सरकार से मांग है