व्यापारियों ने सरकार पर व्यापारियों के साथ
दोगला व्यवहार करने का आरोप लगाया
जनसागर टुडे संवाददाता
गाजियाबाद। महानगर उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल ने आरोप लगाया है कि व्यापारियों के साथ अन्याय किया जा रहा है। कोरोना काल के चलते व्यापारियों की कमर टूट गई है, इसके बावजूद सरकार उनकी तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है। इस सम्बंध में संस्था की ओर से केंद्रीय राज्यमंत्री जनरल वी के सिंह, महापौर आशा शर्मा, प्रदेश के स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग व जिलाधिकारी को ज्ञापन भी भेजा गया है।
ज्ञापन में संस्था के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अजय गुप्ता, प्रदेश उपाध्यक्ष सुभाष गुप्ता, उद्योग मंच के प्रदेश अध्यक्ष संजीव गुप्ता, महानगर अध्यक्ष सुभाष छाबडा, युवा अध्यक्ष उदयवीर लाडी, युवा महामंत्री राहुल जाटव ने कहा कि सरकार ने अपना राजस्व शुल्क बढ़ाने के लिए 11 मई से शराब के ठेकों खोलने की अनुमति दे दी है, वहीं उनका व्यापार बंद करा दिया है। अगर व्यापारी व्यापार करेंगे तो जीएसटी का भुगतान भी करेंगे जिससे सरकार को टैक्स के रूप में राजस्व मिलेगा।
अगर कोरोना दुकानों पर सामान खरीदने से बढ़ता है तो शराब के ठेकों पर जो लाइन लग रही हैं क्या उससे कोरोना नहीं बढ़ेगा। सरकार को व्यापारियों के लिए भी कुछ सोचना चाहिए। 2020 से लेकर अभी तक व्यापारी अभी तक संम्भल भी नहीं पाया था कि लॉकडाउन फिर से लग गया। गाजियाबाद के एक व्यापारी नेता अनुराग गर्ग ने जब इसकी खिलाफत की तो प्रशासन द्वारा सिहानी गेट थाने में उन्हें नजरबंद करा दिया गया जो सरासर गलत है।
अगर सरकार को व्यापार नहीं कराना है तो व्यापारियों को टैक्स में छूट दे, बैंक लोन में छूट दे, बिजली के बिल माफ करें और उनके बच्चों की स्कूलों की फीस माफ करें क्योंकि जिस तरह से व्यापारी अपने स्टाफ को मैनेज करता है, उसी तरह से लोॅकडाउन के समय स्कूल के मालिकों को अपने स्टाफ को भी मैनेज करना चाहिए। सरकार द्वारा जो भी आदेश पारित किए जाते हैं,
व्यापारी हमेशा पालन करते हैं। अत: सरकार को इस तरह व्यापारियों के साथ दोगला व्यवहार नहीं करना चाहिए। शराब के ठेकों को बंद किया जाए या दुकानें खोलने के आदेश पारित किए जाएं। पिछले साल आपने करोना जैसी महामारी बीमारी में जिस तरीके से पहले 5.00 बजे तक दुकानें खोलने का आदेश पारित किया था या एक दिन दाएं और एक दिन बाएं खोलने के आदेश पारित करे थे इस बार भी ऐसे ही आदेश पारित करे जाए जिससे व्यापारी बर्बाद होने से बच सकें।