व्यापारियों के बारे में नहीं सोच रही सरकार : मोहित शर्मा
जनसागर टुडे संवाददाता
साहिबाबाद। कोविड महामारी में सरकार का ध्यान व्यापारियों पर क्यों नही है। पिछले लॉकडाउन में सरकार ने व्यापारियों के बारे में कुछ नही सोचा और न इस बार कुछ सोच रही है। लाजपत नगर व्यापार संगठन के महामंत्री मोहित शर्मा ने बताया की सरकार केवल दुकानदारों को ही क्यों मोहरा बना रही हैं। क्या सरकार ने दुकानदारों से पूछा कि जीएसटी के बिल, बिजली के बिल, दुकानों का किराया कैसे भरेगा।
सरकार ने गाइडलाइन जारी की दुकानें बंद तो व्यापारियो ने बंद कर दी। लेकिन जो विदेशी कंपनियां भारत में आकर धड़ल्ले से बिना परमिशन के ऑनलाइन घर-घर जाकर सामान बेच रही हैं क्या उनसे कोरोना नहीं होता ? केवल छोटे दुकानदारों के ही लिए कोरोना है। केवल दुकानदारों को मोहरा बनाकर एक मापदंड रचा जा रहा है। जिसके तहत एक ऐसे तबके को जो व्यापारी कहा जाता है मेरा मतलब छोटे व्यापारियों से है उनको ही क्यों कानून के आधीन किया जाता है।
क्या जो ऑनलाइन कंपनियां अपना घर-घर जाकर सामान बेच रही हैं उनके लिए कोरोना वायरस नहीं है। जो बड़े-बड़े उद्योग लगे हुए हैं क्या उनके लिए कोई कोरोना नही है। केवल छोटे दुकानदारों को ही इस कानून में बंधित किया जा रहा है। आज दुकानदार अपने ही सामान को चोरो को तरह चोरी छुपे बेचने को मजबूर है। सरकार ये बताए उन दुकानदारों की मजबूरी का कोई ना कोई कारण होगा ऐसा भी हो सकता है
कि जो मिडिल क्लास दुकानदार है उसके घर पर खाने के लिए राशन ना हो उसको अगले महीने की किस्त का फिक्र हो, उसको अपनी दुकान की जीएसटी भरनी हो, उसको अपनी दुकान का बिजली का बिल भरना हो, उसको अपनी दुकान का किराया देना हो, लेकिन नहीं सभी को केवल और केवल अपनी मजबूरी दिखती है छोटे व्यापारियों के बारे में सरकार ने न तो पहले लॉकडाउन में कुछ किया था न इस बार कुछ सोच रही है।
बात केवल व्यापारियों की नहीं है क्या सरकार को आम जनता के जो इस टाइम कोरोना वायरस में अपने घर पर बिना किसी कमाई के बैठे हुए हैं। उनके लिए कम से कम बिजली का बिल तो माफ करें। लेकिन सरकार ऐसा नहीं करेगी क्योंकि सरकार को लगता है मिडल क्लास फैमिली बहुत कुछ अपने आप ही कर सकती है। आने वाले समय में लोग कोरोना से तो मर ही रहे है। उससे भी ज्यादा कर्ज से मरने की नोबत आ जायेगी।