जनसागर टुडे संवाददाता
गाजियाबाद : पूर्व राज्य मंत्री एमएलसी व विधान परिषद संसदीय सद्भावना कमेटी के सभापति के प्रतिनिधि अमन यादव का कहना है कि राज्य सरकार के स्थानीय प्रशासन ने सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश में हेर-फेर कर मौतों की संख्या आंकड़ों में कम बताकर झूठ बोलने का पाप किया है। इसी तरह वह टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट व टीकाकरण के आंकड़ों में हेर फेर कर गलत तथ्य प्रस्तुत कर सब व्यवस्थित होने का फर्जी दावा कर रही है ।
जबकि सच्चाई यह है कि उत्तर प्रदेश में सब कुछ अव्यवस्थित है। अमन यादव ने कहा कि आंकड़ों में हेरफेर का मामला सामने आने पर जब उच्च न्यायालय ने गलत आंकड़ें पेश करने को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार को फटकार लगाई, तब कई और ऐसे मामले सामने आए। इसी पंचायत चुनाव के चलते राज्य के 800 शिक्षकों और कर्मचारियों की चुनाव ड्यूटी के दौरान संक्रमित होने से मृत्यु की संख्या सामने आई।
जिस पर राज्य सरकार चुप्पी साधकर बैठी हुई है। उन्होंने कहाकि जौनपुर में एक बुजुर्ग व्यक्ति अपनी पत्नी का शव साइकिल पर ढ़ोते दिखे। पता चला कि पत्नी के देहांत के बाद वे साइकिल पर उन्हें अंतिम यात्रा के लिए लेकर जा रहे थे।
क्योंकि उत्तर प्रदेश में एम्बुलेंस जब जीवित को नसीब नहीं तो एक मृतक को अंतिम संस्कार को कैसे उपलब्ध होगी? फिर प्रेम नगरी आगरा के अस्पताल से एक दृश्य वायरल हुआ जिसमे एक आदमी अपनी माँ की साँसों के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस के पैरों में गिरकर गुहार लगा रहा था, पर कानून के आगे कैसी गुहार- वो रोता रहा और पुलिस उसकी माँ पर लगा ऑक्सीजन सिलेंडर उतारकर ले गयी। थोड़ी ही देर में उसकी माँ ने दम तोड़ दिया।