कोविड हेल्पलाइन’ को कवरेज के माध्यम से जन-जन तक पहुँचाने के संबंध में, जिससे कि लोग लाभान्वित हों
जनसागर टुडे संवाददाता
मुरादनगर : ‘यूथ अवेकनिंग मिशन फ्री कोविड हेल्पलाइन’ के जरिये मात्र 7 दिनों में लगभग 200 डॉक्टरों की मदद से पावन चिंतन धारा आश्रम के युवा साधकों ने देशभर में 3000 से अधिक मरीज़ों तक निःशुल्क सहायता पहुंचाई। ज्ञातव्य हो कि परमपूज्य डॉ. पवन सिन्हा गुरूजी के सान्निध्य में पावन चिंतन धारा आश्रम द्वारा संचालित ‘यूथ अवेकनिंग मिशन’ के अंतर्गत देशभर के युवा गत कई वर्षों से ‘नर सेवा ही नारायण सेवा’ शास्त्रोक्ति को चरितार्थ करते हुए निरंतर देश सेवा में अग्रणी भूमिका निभाते हैं और हर प्रकार से यथासंभव सेवाकार्य समाज हित में करते हैं। गत वर्ष भी जब देश कोरोना महामारी से जूझ रहा था, के समय देश के विभिन्न शहरों-गाँवों में भोजन से लेकर मास्क, सेनेटाईज़र और पी.पी.ई किट इत्यादि वितरण का कार्य किया था।
इसी क्रम में आज भी जब, देश इस महामारी के घोर संकट से जूझ रहा है, जिसकी वजह से अनेक लोग डर के कारण तबियत ख़राब होने पर भी बाहर नहीं निकल पा रहे या जिन लोगों को उचित इलाज नहीं मिल रहा है, उन सभी ज़रुरतमंदों के लिए युवा साधकों ने कुछ डॉक्टरों के साथ मिलकर 6 दिन पूर्व सीमित समय के लिए कोविड हेल्पलाइन शुरू की, जहाँ फ़ोन कॉल के माध्यम से मरीज़ों की डॉक्टरों से बात कराई और कुछ ही घंटो में 300 से अधिक लोगों को डॉक्टरों द्वारा परामर्श प्राप्त हुआ, उसके उपरांत लगातार यह सिलसिला बढ़ता गया और कॉल्स के अनुसार लोगों की आवश्यकता को देखते हुए डॉक्टरों की संख्या और हेल्पलाइन का समय बढ़ता गया, जहाँ आज उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, पंजाब, दिल्ली, उत्तराखंड, हरयाणा बिहार, बंगाल, कर्नाटक, तेलंगाना आदि सहित 15 राज्यों से लगभग 200 डॉक्टर इस मुहीम से जुड़े हैं और इसकी समय सीमा ख़त्म कर चौबीस घन्टे (24×7) के लिए निर्बाध कर दिया गया है। अब इस मुहीम में बिना किसी बाधा के लगातार लोग अपनी आवश्यकतानुसार डॉक्टरों से निःशुल्क परामर्श ले रहे हैं। युवाओं की एक टीम ने इसका जिम्मा संभाला तो दूसरी टीम ने देशसेवा के लिए इच्छुक, विदेशों में रह रहे भारतीय मूल के डॉक्टरों से संपर्क साधकर Zoom Meet के माध्यम से विडियो कॉल पर बात कराकर कोरोना पीड़ितों को उचित परामर्श देना शुरू किया जिसमें अभी साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया से डॉक्टर जुड़े हैं और अभी जल्द ही दुबई, अमेरिका व न्यूयॉर्क से भी जुड़े डॉक्टरों ने अपनी सेवा देने का आश्वासन दिया है।
साथ ही आदरणीय गुरु माँ डॉ. कविता अस्थाना जी के नेतृत्व में टीम ने गाज़ियाबाद शहर के विभिन्न क्षेत्रों में गोविन्दपुरम से इंदिरापुरम तक कोरोना पीड़ितों के घर-घर जाकर भोजन के पैकेट्स के वितरित करने का कार्य आरम्भ किया। इस समय अनेक लोग अत्यधिक प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं, अनेक ऐसे परिवार हैं जहाँ पूरा परिवार कोरोना से ग्रसित है, कुछ ऐसे लोग हैं जो दूर किसी स्थान से आकर यहाँ हमारे शहर में अकेले रहते हैं और वो इस भयावह बीमारी से पीड़ित हैं, कुछ के परिवार में छोटे-छोटे बच्चे हैं और माता-पिता पीड़ित हैं, ऐसे में उन्हें इतनी कठिनाई हो रही है और उन्हें ठीक से भोजन भी नहीं मिल रहा है। ऐसी परिस्थितियों को देखते हुए हमारे आश्रम सदस्य श्री देवेन्द्र हितकारी जी ने कुछ लोगों के साथ मिलकर भोजन की व्यवस्था शुरू की और फिर पैकिंग व भोजन पैकेट्स वितरण का जिम्मा आश्रम की युवा टीम को दिया । जिसे आदरणीय गुरु माँ के निर्देशन में सभी ने बखूबी निभाते हुए 150 से अधिक परिवारों को दोपहर व रात का भोजन उनके घर पर जाकर भेंट किया। इस सेवा में हमारी पथप्रदर्शक आदरणीय गुरु माँ ने भी रोटियां बनाकर इस सेवाकार्य को अपना आशीर्वाद दिया और अन्य लोगों को प्रेरणा दी और इसके साथ मिशन सदस्यों द्वारा जिला अस्पताल, संजय नगर में प्रबंधन समिति से बात कर उनकी आवश्यकता पर 15 दिन के लिए कोरोना पॉजिटिव रोगियों के लिए पानी की बोतलें, क्राकरी आदि की व्यवस्था भी की गयी है।
देशसेवा को समर्पित ये देशभक्त युवा यहीं नहीं रुके इन सेवाकार्यों को आगे बढ़ाते हुए लोगों की सहायता हेतु कल से एक नए कार्य को भी आगे बढ़ाया और कॉल्स पर लोगों को अन्य संगठनों के माध्यम से प्लाज़्मा, ऑक्सीजन बेड, ऑक्सीजन सिलिंडर, दवाईयां, एम्बुलेंस, नर्सिंग एवं मेडिकल स्टाफ, ट्रांसपोर्टेशन, वेंटीलेटर आदि उपलब्ध करवाया। इनसे संबंधित हमारे पास जिन लोगों ने पूछताछ की उनमें से लगभग 60% लोगों को उनकी ज़रूरत के हिसाब से आवश्यक चीज़ें उपलब्ध करायीं गयी।
परमपूज्य डॉ. पवन सिन्हा गुरूजी और आदरणीय गुरु माँ के मार्गदर्शन में युवा अभ्युदय मिशन के अंतर्गत विभिन्न राज्यों से लगभग 300 सेवादार इन सभी कार्यों को संचालित करने में अपना सहयोग दे रहे हैं । युवा अभ्युदय मिशन उन सभी डॉक्टरों और अपनी टीम के सभी सेवादारों का ह्रदय से साधुवाद करता है और हिसाली वाली मैया से प्रार्थना करता है कि सभी पर अपनी कृपा बनायें रखें।