जनसागर टुडे संवाददाता
मोदीनगर : समाजवादी पार्टी के युवा नेता एवं समाजसेवी कृष्णा रुहेला ने कहा कि हास्यास्पद तो यह है कि प्रशासन इस सबसे अनजान है। उत्तर प्रदेश सरकार के अनुसार राज्य में सब सुव्यवस्थित है। किसी को किसी प्रकार का कष्ट नहीं है और जो किसी प्रकार की परेशानी बता रहे हैं, वो सिर्फ खौफ और गलतफहमी पैदा कर रहे हैं। सरकार जिसे अफवाह फैलाना कह रही है उसमे उत्तर प्रदेश सरकार के विधायक और सांसदों का नाम भी जुड़ने लगा।
झांसी से सदर विधायक रवि शर्मा, मऊरानीपुर के विधायक बिहारी लाल आर्य, राजीव सिंह पारीछा, जवाहर लाल राजपूत,लोकेन्द्र प्रताप सिंह, हरीश द्धिवेदी, दीनानाथ भास्कर, ब्रजेश पाठक, सांसद सत्यदेव पचैरी और कौशल किशोर, पूर्व केंद्रीय मंत्री भाजपा सांसद श्रीमती मेनका गांधी व केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपने क्षेत्रों में बिस्तर,
ऑक्सीजन, दवाइयां, आईसीयू बेड की कमी के बारे में बताया है।
बरेली के नवाबगंज से भाजपा विधायक स्व. केसर सिंह जी ने स्वयं के लिए भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जी से अस्पताल में आसीयू बेड की मांग की थी जिसके बाद नोएडा के यथार्थ अस्पताल में उनका स्वर्गवास हो गया। उनके अलावा उत्तर प्रदेश के आठ भाजपा विधायक व मंत्री भी कोरोना से जंग
हार गए। समाजसेवी कृष्णा रुहेला ने कहा कि भाजपा सांसदों, विधायकों के कोरोना नियंत्रण के लिये सरकार की व्यवस्थाओं पर सवालों के उठाने से यह स्पष्ट हो गया है कि उप्र में कुछ भी व्यवस्थित नहीं है।
उन्होंने कहा कि लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं होती, यहाँ से तो शुरू होती है। यहीं से शुरू होता है धंधा। जिन्दगी-मौत की लड़ाई का अँधा धंधा। जिसमें जान या साँसों की कीमत से ज्यादा किसी अन्य चीजों की कीमत है।