गाजियाबाद। किसानों के मसीहा व राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी अजीत सिंह के निधन की खबर सुनकर समूचे राजनैतिक दलों से जुड़े नेताओं में शोक की लहर दौड़ गई तथा सोशल मीडिया पर शोक संवेदनाएं प्रकट करने वालों का तांता लग गया। राष्टीय लोकदल के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष मजहर अली मुखिया ने कहा कि किसानो के ऐसे मसीहा का हमारे बीच से चला जाना बहुत ही दुखद है। जिनकी कमी हमेशा महसूस होगी।
उन्होंने कहा कि अजित सिंह देश के सबसे बड़े किसान नेताओं में से एक थे। नका जन्म 12 फरवरी, 1939 को हुआ था। जिन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय, IIT खड़गपुर और इलिनोइस इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में पढ़ाई करने के बाद, 17 साल तक अमेरिका में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के रूप में काम किया।
उन्होंने पहली बार 1986 में राज्यसभा सदस्य के रूप में संसद में प्रवेश किया और 1987 में लोकदल (अजित) के अपने धड़े का नेतृत्व किया। वर्षों से उन्होंने खाद्य, उद्योग, कृषि और नागरिक उड्डयन जैसे विभागों को संभाला। कृषि मंत्री के रूप में, उन्होंने कोल्ड स्टोरेज क्षमता बढ़ाने के लिए क्रेडिट-लिंक्ड सब्सिडी योजना भी शुरू की, जिससे उद्योग में निजी निवेश को काफी मदद मिली। उन्होंने कहा कि मैं किसानों के सबसे बड़े नेता अजीत सिंह को नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।