जनसागर टुडे संवाददाता प्रियंका शर्मा
ग्रेटर नोएडा। दादरी में स्थित निजी क्लीनिक , अस्पताल के मालिक और संचालकों ने शासन-प्रशासन द्वारा नॉन कोविड-19 अस्पतालों के साथ सौतेला व्यवहार करने व उनकी ऑक्सीजन की सप्लाई रोके जाने पर नाराजगी जाहिर की है। अस्पताल संचालकों का कहना है
कि यदि उनकी ऑक्सीजन की सप्लाई नियमित नहीं की गई तो उन्हें मजबूर होकर अपने अस्पताल व निजी क्लीनिक को बंद करना पड़ेगा। इसके लिए डॉक्टरों ने प्रशासन को 4 मई शाम तक का अल्टिमेटम दिया है। यदि ऑक्सीजन की सप्लाई नियमित रूप से नहीं मिली तो 5 मई से दादरी के सभी अस्पताल और क्लीनिको को बंद कर दिया जाएगा।
इस दौरानऑक्सीजन कमी से कोई भी दुर्घटना होने पर उसकी सारी जिम्मेदारी शासन और प्रशासन की होगी। एक बैठक करने के बाद दादरी नगर में स्थित निजी क्लीनिक , अस्पताल के मालिक और संचालकों ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि कोविड़ की इस महामारी के दौरान शासन और प्रशासन द्वारा समस्त नॉन कोविड-19 अस्पतालों को ऑक्सीजन की सप्लाई रोक दिया गया है।
जिसकी वजह से नॉन कोविड-19 अस्पतालों, कार्डिक, न्यूरो, आरटीई, गायनी, नवजात शिशु और अन्य मरीजों जिन्हें ऑक्सीजन की तुरंत आवश्यकता होती है उनका इलाज करने में वे असमर्थ हैं। अस्पताल के मालिकों ने पत्रकारों को बताया कि बीती 29 अप्रैल को इस संबंध में एक बैठक दादरी क्षेत्र के विधायक तेजपाल नागर के साथ उनकी हुई थी।
बैठक के दौरान विधायक ने तुरंत डीएम गौतमबुद्धनगर, उप जिलाधिकारी दादरी को टेलीफोन पर इस इस समस्या के बारे में अवगत कराया था और समस्या समाधान का डीएम द्वारा आश्वासन मिला था कि सह्रश्वलाई को जल्द सुनिश्चित कर दिया जाएगा।
डॉक्टरों का कहना है कि 1 मई को तो उन्हें ऑक्सीजन की सप्लाई मिली लेकिन 2 तारीख के बाद फिर बंद कर दी गई। डॉक्टरों ने बताया कि 2 और 3 तारीख को कोई सप्लाई नहीं हुई। इसकी वजह से इमरजेंसी में जो मरीज हैं उन्हें परेशानी हो रही है।