जनसागर टुडे संवाददाता
गाजियाबाद : उत्तर प्रदेश कांग्रेश किसान प्रकोष्ठ ने यूपी कोविड केयर फण्ड का हिसाब मांगते हुए कहा है कि सरकार के संवेदनहीन रवैये की वजह से जनता कोरोना महामारी से निजी तौर पर अपनी क्षमता से लड़ रही है। जिस समय लोगों को सरकार से सबसे ज्यादा सहयोग की जरूरत थी उसी समय सरकार ने जनता का साथ छोड़ दिया।
उत्तर प्रदेश कांग्रेश किसान प्रकोष्ठ के गाजियाबाद जिला अध्यक्ष मनोज चौधरी ने कहा कि अप्रैल 2020 में सरकार ने कोविड केयर फंड का बनाया था। जुलाई 2020 में विभिन्न स्रोतों से 412 करोड रुपए जमा हुए थे। प्रदेश के आम आदमी, विधायकों, सरकारी कर्मचारी, अधिकारियों और प्रदेश के व्यापारी वर्ग ने मोटी रकम इसमें जमा की। इसका उपयोग महामारी से बचने के लिए किया जाना था। 412 करोड़ में 252 करोड़ विभिन्न कामों, 169.75 दवाएं लेने व चिकित्सा उपकरण और ढांचागत सुविधाएं जुटाने में खर्च किए गए। शेष 160 करोड़ रुपये कहां गए ?
इसका जवाब सरकार ने आज तक नहीं दिया। महामारी से लड़ने के लिये बनाए गए इस फंड का कोरोना की दूसरी लहर के समय में कुछ पता नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश में लोग बताए कि उसने कहां कितना पैसा खर्च किया। दवाई और स्वास्थ्य की बुनियादी सुविधाओं के अभाव में दम में तोड़ रहे है, ऐसे में यूपी कोविड केयर फंड का पता नहीं।