जनसागर टुडे संवाददाता
ए दुनिया वालो आओ चलो चंद कदम मदद के लिए,
जब सभी मिलकर चलेंगे तो कोई पीड़ित भी ना रहेगा
चारों तरफ मातम सा छाया है, पता ही नहीं चल रहा किसी का,
दोस्तों जो अभी बचे हैं उन्हें संभाल ले आगे बढ़कर हम
आओ हाथ बढ़ाओ, आओ हाथ बढ़ाओ जोर जोर से आवाज लगाएं
जिसे मदद की जरूरत होगी बाहर निकल कर आ जाएगा
फोटो के नीचे दुखद या r.i.p. लिख देने से काम नहीं चलेगा,
वक्त रहते चेते कोई पुकारता है तुम्हें पुकारता है
सारा शहर मेरा है मगर मेरा अपना कौन-कौन है,
क्योंकि अब तक आवाज आई नहीं हम तुम्हारे साथ हैं
सरदार मंजीत सिंह आध्यात्मिक एवं सामाजिक विचारक