जनसागर टुडे संवाददाता
जब-जब भूल जाता हूं कौन हूं धरती पर क्या करना है,
तब तब कुछ लोग आकर जिम्मेदारी को याद करा जाते हैं,
या खुदा तेरी इबादत के बाद जो तू देता है मुझे,
बाट आता हूं जहां जरूरतमंद लोग नजर आते हैं
मेरी जिंदगी का मकसद ही तेरे जीवो की मदद करना,
और यह काम मुझसे तू खुद ही करवा लेता है
आज नहीं तो कल यह बात दुनिया को पता चल ही जाएगी
मैं तुझसे प्यार करता हूं और तू भी मुझसे प्यार करता है
आज जो नफरत करते हैं मुझसे, आवाज लगा पुकारेगे,
या खुदा यह तो अच्छा है तूने मुझे यह सब सिखाया नहीं
सरदार मंजीत सिंह आध्यात्मिक एवं सामाजिक विचारक