जनसागर टुडे: धीरेन्द्र अवाना
नोएडा । कोरोना के बढ़ते प्रकोप के कारण जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चौपत हो गयी है।जिले के अस्पतालों में ना बेड,ना ऑक्सीजन और ना ही इंजेक्शन है। लेकिन फिर भी प्रदेश सरकार व जिला प्रशासन सभी व्यवस्था दुरुशत होना का दावा कर रही है।लेकिन इनकी पोल तब खोल गयी जब बिजेपी के एक बड़े नेता ने जिले में तैनात तहसीलदार पर ऑक्सीजन की कालाबाजरी करवाने का आरोप लगाया।
आपको बता दे कि भारतीय जनता पार्टी की युवा मोर्चा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष प्रताप सिंह नागर ने कई ट्वीट किये जिसमें मुख्यमंत्री और राज्य सरकार के कई मंत्रियों को टैग भी किया।मामला कुछ इस प्रकार है
कि नोएडा में स्थित त्रिपाठी हॉस्पिटल में 30 मरीज भर्ती थे जिनकी ऑक्सीजन खत्म हो चुकी थी।मामला की गंभीरता को देखते हुये त्रिपाठी हॉस्पिटल के प्रबंधन और मरीजों के परिजनों ने बिजेपी नेता प्रताप नागर से ऑक्सीजन उपलब्ध कराने की अपील की।
मानवता का परिचय देते हुये प्रताप नागर अपने युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं को ऑक्सीजन लेने के लिए दादरी के तहसीलदार सचिन पवार के पास भेजा। वहा पहुचे कार्यकर्ताओं ने ऑक्सीजन की मांग की तो उनके सिलेंडर जब्त करके उनको धमकी दी गयी।
प्रताप नगर का कहना है कि दादरी के तहसीलदार सचिन पवार कुछ लोगों के साथ मिलकर जिले में ऑक्सीजन गैस की कालाबाजारी करवा रहे हैं।वही जरुरत मंद ऑक्सीजन लेने के लिए दर दर की ठोकर खा रहे है।प्रताप सिंह नागर का कहना है
इस पूरे मामले की जांच होनी चाहिए।इस पूरे मामले की शिकायत जिला अधिकारी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की गई है। बताते चले कि भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा कोरोना वायरस संक्रमित लोगों की मदद करने के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान संचालित कर रहा है। इसी सिलसिले में युवा मोर्चा के कार्यकर्ता कार्यकर्ताओं को दादरी में ऑक्सीजन लेने भेज दिया गया था।