गाजियाबाद : नगर निगम वार्ड नंबर 39 के पार्षद एवं भाजपा नेता हिमांशु लव मे डॉ कुंवर बेचैन जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि हिंदी का बेहद मजबूत स्तम्भ ढह गया। कोरोना लील गया महान कवि डॉ कुंवर बेचैन जी को। माँ सरस्वती का अनन्य साधक चला गया अपनी हज़ारों कविताएँ छोड़ कर। अनगिनत पुस्तकें, पुरुस्कार, असँख्य प्रशंसकों का स्नेह।
ज़िंदगी यूँ भी चली यूँ भी चली मीलों तक
चाँदनी चार क़दम धूप जली मीलों तक….
कुँवर जी जैसा संघर्षों से तपकर निकलने वाला कोई और नहीं हो सकता। हमेशा मुस्कान ओढ़े अपना दर्द छुपाये रहे दिल में। बहुत प्यार करते थे नए रचनाकारों को। महानतम शब्दशिल्पी डॉ कुंवर बेचैन जी सदैव अमर रहेंगे। अश्रुपूरित श्रधांजलि।