जनसागर टुडे :धीरेन्द्र अवाना
नोएडा । कोरोना वायरस के तेज रफ्तार से बढ़ते मामलों ने सरकार की मुश्किलें बढ़ा दी है।वही जिले में हर दिन बढ़ती कोरोना मरीजों की संख्या से अस्पतालों में ऑक्सीजन, बैड्स और रेमडेसिविर इंजेक्शन की कमी होने से कारण अस्पतालों ने अपने हाथ खड़े कर दिये है।
जिसके बाद जिले की पूरी स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गयी है।वही स्वास्थ्य विभाग ने भी अभी तक कोइ ठोस आश्वासन नही दिया है।जिसके बाद परिजन मजबूरी में अपने मरीजों की जान बचाने के लिए कुछ भी कीमत देने को तैयार है।
वही सरकार व जिला प्रशासन दावा कर रही है कि इंजेक्शन, दवाओं और ऑक्सीजन की कमीं नहीं है।लेकिन फिर भी मरीज दर दर की ठोकर खाने को मजबूर है।ऐसा ही एक मामला खोड़ा निवासी रिंकू देवी का है। जिनका बच्चा विकास(24)का इलाज शिवालिक अस्पताल में चल रहा था।
अस्पताल में रेमडेसिविर इंजेक्शन ना होने की बात कह कर बाजार से लाने को कहा।रेमडेसिविर इंजेक्शन बाजार में ना मिलने पर परिजनों ने सीएमओ से मंगलवार को मिलकर अपने बच्चे की जान बचाने की गुहार लगायी।महिलाओं ने भावुक होते हुये सीएमओ के पैर भी पकड़ लिए।
महिलाओं ने कहा कि उन्हें आश्वासन देने की बजाए सीएमओ ने कहा कि दोबारा इंजेक्शन मांगने आईं तो पुलिस के हवाले कर देंगे।आपको बता दे कि मंगलवार सुबह करीब 10 बजे तीन महिलाएं नोएडा के सैक्टर-39 स्थित सीएमओ कार्यालय अपने कोविड मरीजों के लिए रेमडेसिविर की व्यवस्था के लिए आयी थी।
महिलाओं का कहना था कि डॉक्टर ने रेमडेसिविर इंजेक्शन मरीज के लिए जरूरी बताया है लेकिन कहीं मिल नहीं रहा है।स्वास्थ्य विभाग में हमने सीमएओ के पैर छूकर अपने मरीजों को अस्पतालों में रेमडेसिविर लगवाने की गुहार लगायी तो सीएमओ ने कहा कि दोबारा इंजेक्शन मांगने आई तो पुलिस के हवाले कर देंगे।
महिला का आरोप है कि इंजेक्शन नही देना था तो मना कर देते हम लोग कही ओर से व्यवस्था करते लेकिन इंजेक्शन की आस में हम सुबह से शाम तक बैठे रहे जिसके कारण मेरा बेटा मर गया।
सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी का कहना है कि कल कुछ महिलाओ ने कार्यालय आकर रेमडेसिविर इंजेक्शन की मांग की थी।इंजेक्शन उपलब्ध ना होने पर उन्हें मना कर दिया था।
पुलिस शिकायत की बात उन्होंने नहीं कही है।वहीं किसी व्यक्ति ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।लोगों ने इसे खूब ट्रोल किया।एक ट्वीटर यूजर ने लिखा कि सीएमओ झूठ बोलने में अव्वल हैं।