जनसागर टुडे संवाददाता
साहिबाबाद : छात्र संघ के सचिव सुरजीत पाल का कहना है कि करोना की यह भयानक दूसरी लहर भारतीयों को बुरी तरह लील रही है। देश में शहर दर शहर अफरा-तफरी का माहौल है। अस्पतालों से चित्कार करते लौटते लोगों को देखकर कलेजा मुंह को आ रहा है,वहीं दूसरी ओर ना केवल जीवन रक्षक दवाओं की कालाबाजारी की जा रही है, बेबस लोगों से मनमाने दाम वसूले जा रहे हैं बल्कि कुछ जगहों पर तो ऑक्सीजन सिलेंडरों, दवाओं लूटने तक की घटना घट गई तो कहीं अस्पताल वाले पैसा न जमा करने पर परिजनों को शव नहीं दे रहे हैं। क्या ऐसे कृत्य इस विकट विषम समय में इंसानियत का प्रमाण देते हैं? क्या यह सब देशद्रोह की श्रेणी में नहीं आता ? ऐसी लूत- खसोट, कालाबाजारी तथा पक्षपात करने वालों पर देशद्रोह की धाराओं के तहत कानूनी कार्यवाही होनी चाहिए ऐसी विषम परिस्थितियों में कानून का भय बहुत जरूरी है ताकि इंसानों की मजबूरी का फायदा उठा रहे लोगों को सबक मिल सके चंद लोगों की वजह से ना केवल मानवता शर्मसार हो रही है बल्कि सरकार के सारे प्रयास धूल-धूसरित दूसरे हो रहे हैं। आप लोगों से निवेदन करता हूं आप सभी अपना ख्याल रखो और इंसान होने का परिचय दो आपकी एक छोटी सी मदद किसी की जिंदगी किसी का परिवार बचा सकता है।