वरिष्ठ समाजसेवी सिकंदर यादव
जनसागर टुडे संवाददाता
गाजियाबाद महामारी की दूसरी लहर बहुत घातक है, बढ़ते संक्रमण के कारण सिस्टम फेल हो चुका है, लोगों में दहशत का माहौल है, शहर में अधिकतर ओपीडी बंद हो चुकी हैं, जिसके कारण मरीजों को और अधिक दिक्कत हो रही है, यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि अभी भी 85 फीसदी केेस हल्के लक्षणों के आ रहे हैं परंतु भय के कारण हर व्यक्ति अस्पताल की तरफ भाग रहा है, मेरा प्रशासन व निजी डॉक्टरों से अनुरोध है कि वो हलके लक्षणों वालों के लिए अपनी ओपीडी फोन पर चालू कर देंं, जिससे लोग अपने घर पर ही उपचार कर सके, क्योकि हर व्यक्ति को न तो बेड मिल पा रहा, न ऑक्सीजन, टेस्ट की रिपोर्ट भी 6-7 दिनों में आ रही है, मरीज के सामने यह प्रश्न आता है कि वो रिपोर्ट आने तक क्या उपचार करें, यदि फोन की ओपीडी चालू होगी तो उसे कम से कम रिपोर्ट आने तक अपना कुछ उपचार कर सकेगा, हल्के लक्षण वाले लोग डॉक्टर की दवाओं के साथ-साथ आयुर्वेदिक काढ़े का सेवन सुबह-शाम कर सकते हैं, कमजोरी आने पर अश्वगंधा के कैप्सूल काफी प्रभावी हैं इसके साथ सुबह-शाम भाप लेना भी बहुत लाभदायक है, बुखार आने पर डॉक्टर की सलाह से डोलो या पैरासिटामोल ले सकते हैं, टेलीफोन ओपीडी शुरू होने पर मरीज अपना ऑक्सीजन लेवल डॉक्टर को बताकर, सही सलाह ले सकते हैं, गाजियाबाद के सभी डॉक्टरों से अनुरोध है कि अपना टेली परामर्श जरूर दें क्योंकि उससे मरीजों को सही दवा के साथ-साथ उसका मनोबल भी बढ़ सकता है, इसी प्रकार जिला प्रशासन भी अपने नंबर देकर मरीजों को सही सलाह दे सकते हैं जिससे उन्हें भी आसानी होगी और अस्पताल की तरफ वही मरीज जाएगा जिस की स्थिति गंभीर होगी।