देश में महामारी का प्रकोप दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है आप सबसे हमारी विनती है की बहुत ही जरूरी हो तो घर से बाहर निकले, चारों तरफ हाहाकार मचा है, कहीं दवा तो कहीं दुआ के नाम पर लूट चल रही है !
सेवा के क्षेत्र से जुड़ा विभाग भी वक्त पर कैसे बदल जाता है पता नहीं चला, डॉक्टर हो या मेडिकल स्टोर इस महामारी के समय पर उन्हें सेवा ही करनी चाहिए थी, 1% लोग जो इस पेशे से जुड़े हैं वह इमानदार हैं, उनको हम सलाम करते हैं,
ऐसे हालात जो इस समय देश के अंदर दिखाई देते हैं, बहुत वीभत्स हैं, अखबार और टीवी दिन रात डराने का काम कर रहे हैं, ऐसे समय पर आपसे विनती करता हूं घर पर रहें सुरक्षित रहें,आप सभी मेरे लिए बहुमूल्यवान हैं,आपके अच्छे कल के लिए आपके अच्छे भविष्य के लिए परमात्मा से कामना करता हूं, परमात्मा से दुआ मांगता हूं, गुरु नानक परिवार के हर सदस्य को सुरक्षित रखें, आप का अच्छा गार्जियन होने के नाते बड़ा भाई होने के नाते आपका अच्छा दोस्त होने के नाते आपसे अपील करता हूं, कृपया घर पर रहे जरूरत हो तो घर से निकले, वक्त खराब है, मगर परमात्मा हमारे साथ है जो बच्चे मौजूदा समय पर कॉलेज में पढ़ रहे हैं यह पत्र सिर्फ उनके लिए नहीं उनके लिए भी है जो पढ़कर निकल चुके, मां बाप की नजरों में बच्चे तो बच्चे ही होते हैं वह कितने भी बड़े हो जाएं कोई आपकी फिक्र कर रहा है ध्यान रखें
सरदार मंजीत सिंह आध्यात्मिक सामाजिक विचारक