दैनिक जन सागर टुडे संवाददाता
एक व्यक्ति के तीन पुत्र थे उनकी आयु अभी बहुत कम थी पर वह उनके भविष्य को लेकर बहुत चिंतित रहता था एक बार वह उन्हें लेकर एक महात्मा के पास गया तथा बच्चों के भविष्य के बारे में जानना चाहा।महात्मा ने तीनों बच्चों को दो दो केले खाने के लिए दिये तीनों ने केले खाने के उपरांत एक बच्चे ने छिलके सड़क पर ही फेक दिये दूसरे ने उनको एक कूड़ेदान में डाल दिये तथा तीसरे ने वह छिलके गाय को खिला दिये महात्मा ने उस व्यक्ति से कहा कि तुम्हारा पहला पुत्र मूर्ख तथा बुरी प्रवृत्ति का होगा दूसरा पुत्र गुणी तथा समझदार होगा तीसरा पुत्र सज्जन एवं उदार तथा धार्मिक होगा व्यक्ति ने कहा कि महाराज आप यह किस प्रकार से कह सकते हैं महात्मा ने कहा कि मनुष्य का किया गया व्यवहार उसके भविष्य के बारे में बता देता है इन बच्चों के द्वारा जिस प्रकार से छिलके का उपयोग किया गया है यह उनकी प्रवृत्ति को दृश्यता है।
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अरुण शर्मा समाजसेवी एवं कारोबारी नेता गाजियाबाद