जन सागर टुडे संवाददाता
ग़ाज़ियाबाद : कोविड-19 के इलाज की सुविधाओं के लिए तमाम तरह के दावे प्रशासनिक अधिकारियों और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किए जा रहे हैं। लेकिन जिस तरह की व्यवस्था ग़ाज़ियाबाद में नजर आ रही है उससे स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के द्वारा की गई सभी तैयारियों के दावे खोखले नजर आ रहे हैं। अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन के बाद अब मरीजों को एम्बुलेंस भी नसीब नही हो रही हैं। जिला एमएमजी अस्पताल से ही निरन्तर अत्यंत हृदय विदारक दृश्य सामने आ रहे हैं। अस्पताल में आ रहे परिजन अपनी आँखों के सामने ही बेबसी से अपनों को दर्द से तड़पते हुए देख रहे हैं।
एमएमजी अस्पताल में जहाँ दिल्ली निवासी वृद्धा की एम्बुलेंस में ही मौत हो गई,वहीं एक महिला अपने तड़पते हुये पति को ऑटो में लेकर भर्ती करने की गुहार लगाती दिखाई दी। अस्पताल के स्टाफ ने ऑक्सीजन न होने की बात कह कर मरीज को भर्ती करने से मना कर दिया।
ऑटो में पति को लेकर दर-दर भटक रही महिला ने बताया कि जहाँ-जहाँ मुझे बताया गया मैं वहाँ-वहाँ गई। लेकिन किसी ने भर्ती नही किया। महिला ने बताया कि वह सुबह से अस्पतालों के चक्कर काट रही है। सन्तोष अस्पताल से लेकर एसके जैन के यहाँ तक चक्कर लगा लिए। सभी ने ऑक्सीजन ख़त्म बता कर भर्ती करने से इंकार कर दिया। महिला की स्थिति को देख कर वहाँ उपस्थित लोगों का दिल पसीज गया। लेकिन सब बेबसी से एक दूसरे को देख कर रह गए