दैनिक जन सागर टुडे संवाददाता : नरेश सिंघानिया
गाजियाबाद : एक बार एक चित्रकार ने अपने चित्रों की प्रदर्शनी लगाई उनमें एक चित्र ऐसे व्यक्ति का था जिसका चेहरा उसके बालों से ढका हुआ था तथा पैर के स्थान पर पंख लगे थे सबको यह बड़ा विचित्र लगा तो उन्होंने चित्रकार से पूछा कि वह इसका अर्थ बताये चित्रकार ने बताया कि यह अवसर है जे हर मनुष्य के जीवन में आता है पर मनुष्य उस अवसर को पहचान नहीं पाता इसलिए इसका मुँह छिपा हुआ है तथा पैरों में पंख से तात्पर्य यह है कि अवसर पंखों के समान अगर उसका उपयोग नहीं किया जाता है या पहचाना नहीं जाता है तो उड़ भी जाता है इसलिए जीवन के अवसर को पहचानीये
हिमाँशु मित्तल एडवोकेट,पार्षद एवं बोर्ड सदस्य गाजियाबाद विकास प्राधिकरण