नोएडा।गंदगी और सड़क के बीच रह रहे आम आदमी की तकलीफ अफसरों को नजर नहीं आती।गांव के अंदर रोड पर कूड़ा करकट पढ़ा हुआ कहानी खुद बयां कर रही हैं चौड़ा गांव शहर का हिस्सा तो है लेकिन उसका हाल गांव से भी बदतर है गांव की नालियों को देखकर साफ दिखाई दे रहा है जिम्मेदार प्राधिकरण के अप्सरा कितनी मेहनत और तन्मयता से काम कर रहे हैं गांव की गलियों का हाल बदतर सेक्टर 22 चौड़ा गांव में गलियों और नालियों की सफाई व्यवस्था पोल खोल रही है नालियां लबालब भरी हुई हैं और रास्ते पर कचरे का ढेर लगा हुआ है ग्रामीणों का कहना है कि इन नालियों का पानी हमारे घरों की जड़ों में भर रहा है बावजूद संबंधित विभाग के अधिकारी आंखें मूंदे कार्यालय में बैठे हैं वह ठंड के वातावरण अनुकूलित कार्यालय से बाहर निकलने की जहमत तक नहीं उठा रहे हैं इससे गांवों की स्थिति बदतर होती जा रही है हालांकि वह कागजी खानापूर्ति में कोई कोर कसर तक नहीं छोड़ते हैं जिससे जांच करने पर उनसे अच्छा कार्य किसी अन्य क्षेत्र में नहीं हो रहा है मौके की वास्तविकता हालात को बयान कर रही हैंगांव में गंदगी का ठीकरा किरायेदारों पर फोड़ संबंधित अधिकारी व कर्मी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ते नजर आते हैं।गांव कीसफाई के लिए प्राधिकरण की तरफ से जो भी सफाई कर्मी कागज में तैनात हैं और रोज कागजों में सफाई भी हो रही है उन कर्मियों को रोज गांव की सफाई व्यवस्था में लगाने के बावजूद गांव की ऐसी स्थिति में संबंधित जिम्मेदारी लोगों पर अफसोस होता है गांव में सफाई के नाम पर कुछ नहीं होता है नालियों के अंदर कचरे का ढेर भरा हुआ नजर आता है सालों बीत जाते हैं नालियों की मिट्टी बाहर नहीं निकाली जाती हैनालियों में हमेशा कचरा जमा रहता है जिससे नालियों का पानी सड़क तक फैल जाता है इससे पैदल निकलने में दिक्कतें होती हैं।