Thursday, November 21, 2024
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गेहूं का ठेकुआ, चावल के लड्डू ,खीर,अन्नानास, निम्बू, और कद्दू, छठी मैया करे हर मुराद पूरी,बाटे हम घर घर लड्ड- वीरेंद्र यादव

जन सागर टुडे

गाजियाबाद – समाजवादी पार्टी के  जिला महासचिव एवं पूर्व विधानसभा प्रत्याशी एडवोकेट विरेंद्र यादव ने  कहा कि छठ पूजा’ हिन्दुओं का प्रसिद्द त्यौहार है जिसे हम महा पर्व के रूप में मनाते हैं। इस बार कोविड-19 के कारण या महापर्व हमें बहुत ही सावधानी के साथ सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए एवं प्रशासन द्वारा जारी की गई गाइडलाइन का पालन करते हुए मनाना है ! यह त्यौहार हिन्दू कैलेण्डर के अनुसार कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की छठी को मनाया जाता है। यह त्यौहार चार दिन तक चलता है। छठ पूजा मुख्य रूप से बिहार एवं उत्तर प्रदेश तथा भारत के अन्य भागों में मनायी जाती है। इसके अलावा यह त्यौहार पश्चिम बंगाल, झारखण्ड, असम और मॉरिशस व नेपाल में भी मनाया जाता है। छठ पूजा को डाला छठ के नाम से भी जानते हैं। यह त्यौहार पति की दीर्घायु और संतान सुख की कामना के लिए मनाया जाता है। 36 घंटे के इस निर्जला व्रत के लिए भक्तजन पूर्व से ही तैयारियां प्रारम्भ कर देते है। भारत के पूर्वांचल हिस्से से शुरू हुए छठ पर्व की रौनक अब भारत के अनेक हिस्सों में दिखाई पड़ने लगी है। दीवाली के बाद से ही महिलाएं इस अनुष्ठान को लेकर तैयारियां शुरू कर देती है। छठ चार दिनों तक चलने वाला त्योहार है। इसकी शुरुआत नहाय-खाय से होती है। इस दिन गंगा के पवित्र जल से स्नान कर के खाना बनाया जाता है। इस दिन चने की दाल, लौकी की सब्जी और रोटी का सेवन किया जाता है। नहाय-खाय के बाद खाने में नमक का प्रयोग नहीं किया जाता है। दूसरे दिन को खरना के नाम से जाना जाता है। खरना के दिन व्रत करने वाले लोग प्रसाद बनाते हैं। खरना के प्रसाद में खीर बनाई जाती है। इस खीर में चीनी की जगह गुड़ का प्रयोग किया जाता है। शाम को पूजा के बाद इस प्रसाद को ग्रहण करते हैं। प्रसाद खाने के बाद निर्जला व्रत शुरू होता है। तीसरे दिन नदी किनारे छठ माता की पूजा की जाती है। पूजा के बाद डूबते हुए सूर्य को गाय के दूध और जल से अर्घ दिया जाता है। इसके साथ ही छठ का विशेष प्रसाद ठेकुआ और फल चढ़ाया जाता है। इस त्योहार के आखिरी दिन सूर्य के उगते ही सभी के चेहरे खिल उठते हैं। व्रत करने वाले पुरुष और महिलाओं के द्वारा उगते हुए सूर्य को अर्घ दिया जाता है। सूर्य को अर्घ देने के बाद व्रत करने वाले लोग प्रसाद खा कर अपना व्रत खोलते हैं। इसके बाद सभी लोगों में प्रसाद बांट कर पूजा संपन्न की जाती है। वीरेंद्र यादव ने सूर्य की पूजा-अर्चना एवं लोक आस्था से जुड़े चार दिवसीय छठ महापर्व की समस्त बिहारवासियों को शुभकामनाएं देते हुए लोक आस्था के इस पावन पर्व एवं व्रत को पूरी श्रद्धा, भक्ति, निष्ठा, बंधुत्व, सामाजिक समरसता और एकता के साथ मनाये जाने का अनुरोध किया है ! वीरेंद्र यादव ने पूर्वांचल व बिहारवासियों के सुखी, वैभवपूर्ण और उल्लासित जीवन के लिए मंगलकामना की है !

व्रत धारियों के लिए प्रशासन करें विशेष सुविधा का इंतजाम——–
एडवोकेट वीरेंद्र यादव ने कहा की छठी मैया का पूजन करने वाले व्रत धारी प्रशासन द्वारा जारी की गई गाइडलाइन का पालन करते हुए पूजा करेंगे लेकिन इस दौरान प्रशासन को भी उनके लिए विशेष सुविधा का इंतजाम करना पड़ेगा जिससे कि व्रत धारियों को परेशानियों का सामना ना करना पड़े ! वीरेंद्र यादव ने प्रशासन से मांग की है कि गाजियाबाद के प्रत्येक छठ घाटों पर साफ सफाई ,स्वच्छ जल गंगाजल एवं  सुरक्षा के साथ-साथ और कई पुख्ता इंतजाम प्रशासन द्वारा किया जाए !
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