जनसागर टुडे
गाजियाबाद – इस समय विजय भारद्वाज और उनकी टीम स्वच्छ भारत अभियान दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई शहरों में सिंगल यूज पॉलीथिन के लिए अभियान चला रखे हैं ! एक जिम्मेदार नागरिक के तौर पर यह हमारा दायित्व है कि हम सिंगल यूज़ प्लास्टिक के चलन से मुक्ति दिलाने में मदद करें। एक गृहिणी पर पूरे घर का भार टिका होता है। वह चाहे तो इस अभियान में बड़ी भूमिका निभा सकती है। हालांकि इसमें कई बातों पर आपका बस नहीं है। जैसे दूध के पाउच जब तक उत्पादक प्लास्टिक के पैकेट में देंगे आपको वैसे ही लेना पड़ेगा। हालांकि आज कल बड़े शहरों में गायों का ऑर्गेनिक दूध कांच की बोतलों में सीधे घरों में दिया जाने लगा है। लेकिन यह सामान्य रूप से उपलब्ध दूध की तुलना में थोड़ा महंगा होने से अधिक प्रचलन में नहीं आ पाया है। आज भी दूधिए स्टील के बर्तनों में दूध घर-घर तक पहुंचाते हैं जो नाप कर सीधा स्टील के बर्तन में डाल दिया जाता है। लेकिन मिलावट के डर से कई परिवार इन्हें लेने में हिचकिचाते हैं लेकिन सब्जी और किराने का सामान लाने के लिए आप घर में नियम बना सकती हैं। घर के मुख्य द्वार के समीप एक कील पर कपड़े का या जूट का झोला टांग दें। परिवार के सभी सदस्यों को कह दिया जाए कि जब भी वे सब्जी या किराने का सामान लेने जाएं, इन झोलों को लेकर जाएं और इन्हीं में सामान लाएं। यह नियम पर्यावरण की रक्षा में एक बड़ा कदम साबित हो सकता है। यह भी कोशिश करें कि आपके घर का कचरा सूखा और गीला अलग-अलग निकाला जाए। इसके लिए अलग-अलग डस्टबिन का प्रयोग करें।