नोएडा:
खून की बूंद अगर गर्म है तो जिंदगी है,वरना दुनिया से रुखसत होने में देर नहीं लगती।समान्य जिंदगी जीने वाले समाज से भिन्न एक समाज होता है जिसे खून की कीमत का पता होता है,अगर हम इस पर विचार करें तो सामने आता है कि खून प्राप्त करने वाले से ज्यादा अहमियत खून दान करने वाले की होती है।भले ही रक्तदाता एक सामान्य भावना के साथ खून दान करता है परंतु यह दान कोई आम दान नहीं।खून की कीमत वही जानता है जिसको किसी की दान की हुई चंद बूंदों से जिंदगी मिल गयी।खून दान करना वाकई एक महान कार्य है पर इस से भी महान है लोगों में खून दान करने का जज्बा पैदा करना। इस महान कार्य करने का मुख्य श्रेय व्यक्तित्व के धनी डेरा सच्चा सौदा के संत गुरमीत राम रहीम सिंह इंसा को जाता है।जिनकी प्रेरणाओं से प्रेरित होकर कितने लोगों में आज खूनदान करने का जज्बा है, उनकी एक आवाज पर हजारों की तादाद में लोग ब्लॅड बैंक के सामने लाईनों में आ खड़े होते हैं। ये लोग न किसी का धर्म मजहब पूछते हैं, ना किसी की जात देखते हैं। इनका एकमात्र मकसद होता है दूसरे के जीवन को बचाना।इसी क्रम को अपनाते हुये डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों ने संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह इन्सां की पावन शिक्षा पर चलते हुए
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान अस्पताल(AIIMS) दिल्ली में कैंसर से पीड़ित मुजफ्फरनगर निवासी एक बच्चे को रक्त की आवश्यकता पड़ने पर डेरा सच्चा सौदा के दो अनुयायियों नोएडा निवासी रॉकी इन्सां और मोहित इन्सां ने रक्तदान कर इंसानियत का फर्ज अदा किया। वहीं रक्तदान करने पर मरीज के परिजनों ने डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों का आभार प्रकट किया।