नवरात्र आ गए हैं और इन दिनों व्रताहार ही लिया जाता है। अगर आप प्रेगनेंट हैं और आपने नवरात्र का व्रत रखा है तो आपको अपनी नवरात्र डायट का और भी खास ख्याल रखना होगा। प्रेगनेंसी में आपको वही खाना होगा जो आपके और आपके बच्चे के लिए सही हो, लेकिन नवरात्र में आपको कुछ खास चीजें ही खानी होती हैं। नवरात्र में खाई जाने वाली चीजों को प्रेगनेंसी डायट में शामिल करने से पहले आपको ये जान लेना चाहिए कि वो आपके और आपके शिशु के लिए सुरक्षित हैं या नहीं।
गर्भावस्था में कुट्टू का आटा
नवरात्र में कुट्टू का आटा बहुत प्रयोग किया जाता है, इसलिए यह जान लें कि प्रेगनेंट महिलाओं के लिए यह कितना सुरक्षित, फायदेमंद और पोषक तत्वों से भरा है।
कुट्टू के आटे में कई तरह के विटामिन होते हैं जो शिशु के विकास के लिए बहुत उपयोगी हैं। इसमें मौजूद प्रोटीन नई कोशिकाएं बनाने में मदद करता है। इस आटे में कार्बोहाइड्रेट्स भी प्रचुर मात्रा में होता है जो शरीर को एनर्जी देता है।
कुट्टू के आटे में कैलोरी कम होने की वजह से यह शरीर में जल्दी घुल जाता है जिससे प्रेगनेंसी में वजन कंट्रोल में रखने में मदद मिलती है। यह कॉलेस्ट्रॉल को कम करने के साथ-साथ शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है।
कुट्टू का आटा कैसे खाएं
भले ही यह आपके और आपके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए उपयोगी हो, पर इससे होने वाले नुकसान को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। कुट्टू के आटे को मॉडरेशन करके खाने से इसके हानिकारक प्रभावों को कम किया जा सकता है।
कुट्टू का आटा खाने के फायदे
गर्भावस्था के दौरान सीने में जलन से बचने के लिए कुट्टू के आटे को कच्चा रोज सुबह खाली पेट एक चमच खा सकती हैं। जो महिलाएं क्रोनिक पैंक्रियाटिक बीमारी से पीड़ित हैं, वह दूध के साथ कुट्टू के आटे का सेवन करें। कुट्टू का आटा इस बीमारी के लिए बहुत उपयोगी होता है और इसको दही के साथ भी खाने से प्रेगनेंसी में हो रही कई परेशानियों से निजात मिल सकती है।
कुट्टू के आटे के पोषक तत्व
कुट्टू के आटे में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं। यह प्रोटीन, फाइबर और कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट होता है। एक कप या 168 ग्राम कुट्टू के आटे में 6 ग्राम प्रोटीन, 1.04 ग्राम फैट, 33.5 ग्राम कार्बोहाइ्रेट, 4.5 ग्राम फाइबर, 148 मिग्रा पोटैशियम, 118 मिग्र, 86 मिग्रा मैग्नीशियम, 12 मिग्रा कैल्शियम, 1.34 आयरन होता है। इसमें थायमिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन, फोलेट, विटामिन के और विटामिन बी6 भी होता है।
नवरात्र आ गए हैं और इन दिनों व्रताहार ही लिया जाता है। अगर आप प्रेगनेंट हैं और आपने नवरात्र का व्रत रखा है तो आपको अपनी नवरात्र डायट का और भी खास ख्याल रखना होगा। प्रेगनेंसी में आपको वही खाना होगा जो आपके और आपके बच्चे के लिए सही हो, लेकिन नवरात्र में आपको कुछ खास चीजें ही खानी होती हैं। नवरात्र में खाई जाने वाली चीजों को प्रेगनेंसी डायट में शामिल करने से पहले आपको ये जान लेना चाहिए कि वो आपके और आपके शिशु के लिए सुरक्षित हैं या नहीं।
गर्भावस्था में कुट्टू का आटा
नवरात्र में कुट्टू का आटा बहुत प्रयोग किया जाता है, इसलिए यह जान लें कि प्रेगनेंट महिलाओं के लिए यह कितना सुरक्षित, फायदेमंद और पोषक तत्वों से भरा है।
कुट्टू के आटे में कई तरह के विटामिन होते हैं जो शिशु के विकास के लिए बहुत उपयोगी हैं। इसमें मौजूद प्रोटीन नई कोशिकाएं बनाने में मदद करता है। इस आटे में कार्बोहाइड्रेट्स भी प्रचुर मात्रा में होता है जो शरीर को एनर्जी देता है।
कुट्टू के आटे में कैलोरी कम होने की वजह से यह शरीर में जल्दी घुल जाता है जिससे प्रेगनेंसी में वजन कंट्रोल में रखने में मदद मिलती है। यह कॉलेस्ट्रॉल को कम करने के साथ-साथ शरीर से विषैले पदार्थों को बाहर निकालता है।
कुट्टू का आटा कैसे खाएं
भले ही यह आपके और आपके बच्चे के स्वास्थ्य के लिए उपयोगी हो, पर इससे होने वाले नुकसान को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। कुट्टू के आटे को मॉडरेशन करके खाने से इसके हानिकारक प्रभावों को कम किया जा सकता है।
कुट्टू का आटा खाने के फायदे
गर्भावस्था के दौरान सीने में जलन से बचने के लिए कुट्टू के आटे को कच्चा रोज सुबह खाली पेट एक चमच खा सकती हैं। जो महिलाएं क्रोनिक पैंक्रियाटिक बीमारी से पीड़ित हैं, वह दूध के साथ कुट्टू के आटे का सेवन करें। कुट्टू का आटा इस बीमारी के लिए बहुत उपयोगी होता है और इसको दही के साथ भी खाने से प्रेगनेंसी में हो रही कई परेशानियों से निजात मिल सकती है।
कुट्टू के आटे के पोषक तत्व
कुट्टू के आटे में कई तरह के पोषक तत्व होते हैं। यह प्रोटीन, फाइबर और कॉम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट होता है। एक कप या 168 ग्राम कुट्टू के आटे में 6 ग्राम प्रोटीन, 1.04 ग्राम फैट, 33.5 ग्राम कार्बोहाइ्रेट, 4.5 ग्राम फाइबर, 148 मिग्रा पोटैशियम, 118 मिग्र, 86 मिग्रा मैग्नीशियम, 12 मिग्रा कैल्शियम, 1.34 आयरन होता है। इसमें थायमिन, राइबोफ्लेविन, नियासिन, फोलेट, विटामिन के और विटामिन बी6 भी होता है।