प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 6 बजे राष्ट्र को संबोधित करेंगे। उन्होंने एक ट्वीट में इसकी जानकारी दी और लोगों से जुड़ने के लिए कहा। कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर प्रधानमंत्री कई बार देश को संबोधित कर चुके हैं। वह अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में भी कोरोना को लेकर देशवासियों को सतर्क रहने की सलाह देते रहे हैं। फिलहाल साफ नहीं है कि प्रधानमंत्री आज के संबोधन में क्या कहने वाले हैं। सोशल मीडिया पर भी तरह-तरह के कयास लगने शुरू हो गए हैं। मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, “आज शाम छह बजे राष्ट्र के नाम संदेश दूंगा। आप जरूर जुड़ें।”
सोशल मीडिया पर बढ़ गई हलचल
मोदी के आधिकारिक हैंडल से ट्वीट आते ही ट्विटर पर हलचल तेज हो गई। लोग तुक्के लगाने लगे कि प्रधानमंत्री आज क्या बोलेंगे। ट्रोल्स ने अपने अंदाज में इस ट्वीट को मीम की तरह इस्तेमाल किया। वहीं कुछ ने नोटबंदी की याद दिलाते हुए पूछा कि ‘बस इतना बता दें कि 500 के नोट या 2,000 वाले।’ संबोधन की टाइमिंग को लेकर भी कुछ चुहलबाजी हो रही है। एक यूजर ने लिखा कि शुक्र है शाम 6 बजे कहा, रात 8 बजे नहीं। मोदी ने रात 8 बजे के संदेश में ही नोटबंदी की घोषणा की थी।
क्या जनता को फिर सतर्क करेंगे पीएम मोदी?
सर्दियां आने वाली हैं। विशेषज्ञ यह आशंका जता रहे हैं कि ठंड के मौसम में कोरोना संक्रमण जोर पकड़ेगा। हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर पर पहले से ही करीब 8 लाख ऐक्टिव केसेज का दबाव है। ऐसे में ठंड ने असर दिखाया और त्योहारी सीजन में लापरवाही हुई तो संक्रमण की रफ्तार खासी बढ़ सकती है। हाल ही में एक टॉप लेवल मीटिंग में प्रधानमंत्री को इस बात से अवगत कराया गया था। अपने संदेश में पीएम मोदी जनता को सावधान रहते हुए त्योहार मनाने की ताकीद कर सकते हैं। महामारी शुरू होने के बाद से अपने लगभग हर भाषण में, पीएम ने कोरोना के प्रति जनता को सतर्क रहने की अपील की है।
कोविड के खिलाफ जन आंदोलन की हुई है शुरुआत
पीएम मोदी ने दो हफ्ते पहले एक ट्वीट के जरिए जन आंदोलन की शुरुआत की थी। उन्होंने मास्क पहनने, हाथ साफ करते रहने और एक-दूसरे से दो गज की दूरी बरतने के नियमों की याद दिलाई थी।
कोरोना केसेज कम होने का ट्रेंड लेकिन…
भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या 76 लाख के करीब है। हालांकि राहत की बात ये है कि पिछले 24 घंटों में 47 हजार से कम नए मामले आए हैं। करीब तीन महीनों में पहली बार ऐसा हुआ है जब इतने कम केस दर्ज हुए हैं। सरकारी कोविड पैनल के अनुसार, देश में 17 सितंबर को कोरोना अपने चरम पर पहुंच गया था। उसके बाद से केसेज कम हो रहे हैं। भारत में कोविड मरीजों का रिकवरी रेट 88 पर्सेंट से ज्यादा है। हालांकि ठंड और फेस्टिव सीजन को देखते हुए एक्सपर्ट्स ने केसेज में उछाल की आशंका जताई है।