रायबरेली के भदोखर थाना क्षेत्र के एक गांव में दुष्कर्म का शिकार हुई पीड़िता ने एक बच्ची को जन्म दिया है। कोरोना के चलते पीड़िता को बाराबंकी स्थित अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
रविवार को ट्विटर हैंडल पर शिकायत की गई कि दलित किशोरी के पास इलाज कराने के लिए पैसे नहीं हैं। मामला पता चलने पर थानेदार राम आशीष ने पीड़िता की मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया और पुलिस कर्मियों के माध्यम से 10 हजार रुपये बाराबंकी भिजवाए।
भदोखर थाना क्षेत्र के गांव की रहने वाली किशोरी के साथ कुछ दिन पहले दुष्कर्म किया गया था जिससे वह गर्भवती हो गई थी। पुलिस ने मामले में केस दर्ज करके आरोपी को जेल भेज दिया था। आरोपी पक्ष ने मामले में डीएनए टेस्ट कराने की मांग पुलिस अफसरों से की थी।
इधर, दुष्कर्म पीड़िता कोरोना की चपेट में आ गई। हालत गंभीर होने पर उसे एल-3 हॉस्पिटल बाराबंकी भेज दिया गया, जहां पर उसने एक बच्ची को जन्म दिया। पीड़िता के साथ दुष्कर्म किसने किया, इसका डीएनए टेस्ट कराया जाना है। सीओ सदर डॉ. अंजनी चतुर्वेदी ने बताया कि पीड़ित परिवार की मदद के साथ ही उसे इंसाफ दिलाया जाएगा।