बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के सामने अपनी साख को बचाए रखने की चुनौती है, जिसे लेकर पार्टी में माथापच्ची चल रही है. तेजस्वी यादव के अगुवाई वाले महागठबंधन में जूनियर पार्टनर के तौर पर शामिल कांग्रेस के कोटे में 70 सीटें आई हैं. हालांकि, कांग्रेस को बिहार में कौन सी 70 सीटें मिली हैं, इसे लेकर अभी तक स्पष्टता नहीं है बल्कि ये सीक्रेट रखा गया है. प्रत्याशियों के नाम के साथ धीरे-धीरे सीटों की घोषणा की जा रही है.
कांग्रेस में कन्फ्यूजन की स्थिति
दरअसल, यह पहली बार है जब कांग्रेस के नेता भी इसी कन्फ्यूजन में हैं कि आखिर पार्टी किन 70 सीटों पर लड़ रही है. पार्टी में इसको लेकर असमंजस की स्थिति है क्योंकि जो 70 सीटें कांग्रेस के खेमे में आई हैं वह टॉप सीक्रेट रखी गई हैं. इन सीटों के नाम सार्वजानिक नहीं किए गए हैं. ऐसे में जब सात अक्टूबर को 21 सीटों की उम्मीदवारों की पहली लिस्ट आई तो पार्टी में अफरा-तफरी मच गई. कांग्रेस की पहली लिस्ट में बाहरी लोगों को ही खास तवज्जो मिली है. यही नहीं पार्टी ने जमीनी कार्यकर्ताओं से ज्यादा रसूखवाले लोगों को ही मौका दिया है.
कांग्रेस की 49 सीटों पर नाम बाकी
बिहार के चुनाव के दूसरे चरण का नामांकन चल रहा है और तीसरे चरण के नामांकन की प्रक्रिया भी आज से शुरू हो रही है. ऐसे में कांग्रेस की 49 सीटों पर अभी भी उम्मीदवारों के नामों को ऐलान होना है, जिसके चलते पार्टी में कशमकश की स्थिति बनी हुई है. कांग्रेस में बंद कमरों में जिस तरह से उम्मीदवारों के नाम तय हो रहे हैं, उसे लेकर पार्टी की बिहार यूनिट में नाराजगी है.
राहुल-प्रियंका बिहार में भरेंगे हुंकार
हालांकि, कांग्रेस का मानना है की बिहार में नीतीश सरकार के खिलाफ माहौल है, जिसे महागठबंधन बेहतर तरीके से भुना सकता है. ऐसे में पार्टी अपने स्टार प्रचारकों को उतारने का मन बना चुकी है. राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी बिहार की सियासी रणभूमि में उतरकर पार्टी के लिए माहौल बनाने का काम करेंगे. राहुल की बिहार में करीब 6 रैलियां कराने का प्लान है.
सुरजेवाला बनाएंगे रैली की रूप रेखा
कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला 15 तारीख को पटना जाएंगे, उसके बाद ही राहुल गांधी की रैलियों का शेड्यूल फाइनल होगा. दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस की पहली लिस्ट आने के बाद पार्टी हाईकमान ने रणदीप सुरजेवाला को बिहार चुनाव की कमान सौंपी है. पिछले कुछ महीनों में जिस तरह से रणदीप सुरजेवाला पर राहुल गांधी ने विश्वास जताया है उसके आधार पर कहा जा सकता है कि सुरजेवाला पार्टी आलाकमान के सबसे विश्वास पात्र के रूप में उभरे हैं.
लोकसभा सीट पर भी नाम फाइनल नहीं
बिहार की वाल्मीकि नगर लोकसभा सीट पर उपचुनाव होना है, जहां कांग्रेस को चुनावी मैदान में उतरना है. कांग्रेस ने इस सीट पर अभी तक प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया है. इस सीट पर पार्टी की सुपौल से पूर्व सांसद रंजीता रंजन यादव भी दावेदारी कर रही हैं. रंजीता रंजन की दावेदारी से टिकट फाइनल थोड़ा मुश्किल हो गया है, क्योंकि कई नेता और भी हैं, जो इस सीट से चुनाव लड़ने की जुगत में हैं. यही वजह है कि अभी तक पार्टी यहां से अपने प्रत्याशी का नाम घोषित नहीं कर सकी है.