ग्रेटर नोएडा: केंद्र सरकार द्वारा बिना किसी किसान संगठन व राजनीतिक दलों के चर्चा के कोविड 19 महामारी के बावजूद तीन कृषि अध्यादेश पास कर क़ानून बना दिए गए। जिसके विरोध में आज पूरे ज़िले गौतमबुधनगर में ज़ेवर , रबपुरा, दनकौर, बिलासपुर , खेरली नहर, घंगौला कासना , परी चौक होते हुए सैकड़ों गाड़ियों के क़ाफ़िले के साथ रोड शो कर और किसानों में जागरूकता अभियान चला कलेक्ट्रेट में भाकियू भानु राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व में राष्ट्रपति के नाम अपर जिलधिकारी दिवाकर सिंह को ज्ञापन दिया गया।राष्ट्रीय अध्यक्ष भानुप्रतापसिंह ने प्रेस को सम्बोधित करते हुए कहा कि सरकार की किसान विरोधी नीतियों के कारण पूरे देश का किसान क़र्ज़ में डूब कर आत्महत्या करने को मजबूर है। कई सालों से सरकार से हमारी माँग रही है कि, किसानों के सभी तरह के क़र्ज़ माफ़ किए जायँ। स्वामीनाथन अयोग की शिफ़रिशों को लागू किया जाय, जिसमें किसान की फ़सल में सभी तरह की लागत का डेढ़ गुणा समर्थन मूल्य तय किया जाय, किसान अयोग का गठन किया जाय जिससे किसान को अपनी फ़सल का मूल्य तय करने का अधिकार हो, इन समस्याओं का समाधान तो सरकार ने किया नहीं उल्टे सरकार ने ये तीन अध्यादेश पास कर किसानों को बर्बाद करने का काम किया है। भारतीय किसान यूनियन भानु लॉक डाउन के बाद दिल्ली रामलीला मैदान में लाखों किसान इकट्ठे कर माँगे मनवाने के लिए संघर्ष करेगी।राष्ट्रीय महासचिव बेगराज गुर्जर ने कहा कि गौतमबुद्ध नगर में नोएडा,ग्रेटर नोएडा व यमुना तीनों प्राधिकरण किसानों का शोषण कर रहे हैं, ये प्राधिकरण किसानों के आबादी निस्तारण, 10% के प्लॉट व 64.7% का मुआवज़ा आदि समस्याओं का समाधान नहीं जा रहा है।किसान प्राधिकरणों के चक्कर लगाते परेशान हैं। भाकियू भानु जल्द तीनों प्राधिकरणों पर बड़ा आंदोलन कर आर पार की लड़ाई लड़ेगी।
इस मौक़े पर मुख्य रूप से राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अजबसिंह कसाना, प्रदेश महामंत्री बीसी प्रधान, विधि प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष लाटसाहब लोहिया एडवोकेट सीमा भाटी, जयकुमार, ज़िलाध्यक्ष राजीव नागर, प्रेमसिंह भाटी, करन ठाकुर, सुभाष भाटी,राजकुमार नागर, कौशेंदेर यादव,मास्टर मांगेराम शर्मा, रजबीर मुखिया, विनोद लोहिया एडवोकेट राजकुमार नागर, अनिल बैसोया, ऋषि अवाना,लोकेश पीलवान , उमेश भाटी,आनंद भाटी,शाकिर पठान, नीरज अवाना, अमन चौधरी, अजय चौधरी पहलवान आदि मौजूद रहे।