ताइवान के राष्ट्रीय दिवस पर अपने भाषण मं ताइवानी राष्ट्रपति साइ इंग-वेन ने कहा कि चीन के साथ बढ़ते तनाव के चलते ताइवान अपनी सुरक्षा को मजबूत करेगा। उन्होंने कहा, चीन दुनियाभर के लोकतंत्रों के लिए चुनौती बन गया है। उन्होंने कहा, यदि चीन समानता और गरिमा बनाए रखता है और दोनों के बीच संबंध सुधारना चाहता तो हम सार्थक बातचीत के लिए तैयार हैं। राष्ट्रपति वेन ने कहा, चीन की विस्तारवादी नीति के कारण हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देश लोकतंत्र, शांति और समृद्धि को लेकर गंभीर चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्होंने कहा, हम अपनी रक्षा क्षमता बढ़ा रहे हैं और सेना हमारा भविष्य है। हम इसे लगातार मजबूत करने के लिए काम करते रहेंगे।
ताइवानी राष्ट्रपति ने कहा, हम लगातार देश में अत्याधुनिक हथियार और सबमरीन बनाते हुए प्रशिक्षित जवानों को तैयार कर रहे हैं। उन्होंने कहा, चीनी सेना पीएलए की गतिविधियां अनुचित हैं। हिंद-प्रशांत क्षेत्र के देश कई गठबंधन कर रहे हैं ताकि उनकी उनकी राष्ट्रीय सुरक्षा और लोकतंत्र बाहरी असर से प्रभावित न हो।
चीन ने की उकसावे की कार्रवाई
ताइवान के राष्ट्रीय दिवस पर चीनी सेना ने एक बार फिर इस द्वीपीय देश को पर उकसावे की कार्रवाई की। चीन ने शुक्रवार शाम को राष्ट्रीय दिवस की पूर्व संध्या पर अपने लड़ाकू विमान ताइवान की सीमा के पास भेजे। ताइवान की सेना ने भी करारा जवाब देते हुए उन्हें तत्काल भगा दिया। चीन ने इस साल अब तक 2,972 बार से ज्यादा अपने फाइटर जेट ताइवान की सीमा के पास भेजे हैं।
चीन ने किया द. सागर में अमेरिकी मिशन का विरोध
चीन ने कहा है कि अमेरिका का मिसाइल विध्वंसक जॉन एस मैक्केन युद्धपोत दक्षिण चीन सागर में जब उसके कब्जे वाले द्वीपों के निकट से गुजरा तो उसके पीछे उसने अपने जहाज और विमान भेजे थे। र्चीनी सेना (पीएलए) ने आरोप लगाया है कि अमेरिकी युद्धपोत ने शुक्रवार को पारासेल द्वीपों के निकट उसके जलक्षेत्र में अनधिकृत प्रवेश किया। चीन ने कहा, अमेरिका सैन्य उकसावे वाले मिशन बंद करे।