स्कूल रोपेन केंद्र सरकार से स्कूल खोलने की अनुमति के बाद मेघालय सरकार ने स्कूल खोलने का निर्णय लेने से पहले माता-पिता से राय और प्रतिक्रिया मांगी है. मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, मेघालय के शिक्षा मंत्री लाहमेन रिम्बुई ने कहा कि शिक्षा विभाग ने पहले ही स्कूल शिक्षा निदेशक को इसके लिए निर्देश जारी कर दिए हैं.सरकार माता-पिता के अलावा अन्य हितधारकों जैसे प्रबंध समितियों और शिक्षकों से उनकी राय लेने की योजना बना रही है. उनसे पूछा जा रहा है कि क्या स्कूल फिर से खुल सकते हैं या सामान्य कक्षाओं को फिर से शुरू करने के लिए अभी रुका जाए।
बता दें कि यह कदम गृह मंत्रालय के अनलॉक 5.0 दिशानिर्देशों का पालन करता है, जो 15 अक्टूबर 2020 से एक क्रमबद्ध तरीके से स्कूलों को फिर से खोलने की अनुमति देता है. शिक्षा विभाग, मेघालय सरकार द्वारा जारी किए गए निर्देशों के अनुसार, संबंधित हितधारकों, जिनमें माता-पिता और शिक्षक शामिल हैं को 14 अक्टूबर 2020 तक अपना शुल्क जमा करने के लिए कहा गया है।
शिक्षा मंत्रालय को पेरेंट 15 अक्टूबर 2020 तक अपनी राय भेज सकते हैं. शिक्षा मंत्री रिम्बुई के अनुसार, प्रतिक्रिया के अनुरूप राज्य सरकार 15 या 16 अक्टूबर 2020 को स्कूलों को फिर से खोलने के बारे में अंतिम निर्णय करेगीबता दें कि मार्च से ही देश के स्कूल बंद हैं. कोरोना महामारी के चलते लॉकडाउन से पहले ही स्कूलों को बंद कर दिया गया था. स्कूल बच्चों को ऑनलाइन माध्यम से पढ़ा रहे हैं. वहीं सरकार ने अनलॉक 5 की गाइडलाइन में भी ऑनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देने की बात की है।
सरकार ने अपने दिशानिर्देश में स्पष्ट किया है कि कोई भी स्कूल बच्चों पर स्कूल आने का दबाव नहीं डालेगा. सिर्फ पेरेंट्स की लिखित सहमति से ही बच्चों को स्कूल आने की इजाजत होगी. सरकार ने गाइडलाइन में ये भी कहा है कि स्कूल कॉलेज ऑनलाइन या डिस्टेंीस लर्निंग को प्राथमिकता और बढ़ावा दें. अगर स्कूल खोले जाएं तो कोरोना संबंधित केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सभी प्रोटोकॉल फॉलो किए जाएं. अगर कोई छात्र ऑनलाइन क्लास करना चाहता है तो स्कूल उन्हें परमिशन दे. बच्चों की सेफ्टी के लिए शिक्षा विभाग की SOP के आधार पर राज्ये सरकार अपनी SOP भी तैयार करेगी.