इस कारोबारी हफ्ते के चौथ दिन भी सिर्फ सोने के दाम ही नहीं गिरे हैं, बल्कि चांदी की कीमत में भी गिरावट देखी जा रही है। सोना आज सस्ता होकर 50 हजार के नीचे जा पहुंचा है, तो चांदी भी 60 हजार के निचले स्तर के काफी करीब जा पहुंची है। बुधवार को चांदी 60,419 रुपे प्रति किलो के स्तर पर बंद हुई थी, जो आज 69 रुपये की गिरावट के साथ 60,350 रुपये प्रति किलो के स्तर पर खुली है। शुरुआती कारोबार में ही चांदी 60,252 रुपये तक गिर गई। वहीं इस दौरान चांदी ने 60,413 रुपये का उच्चतम स्तर भी छुआ।
कल वायदा बाजार में कमजोर हुई थी चांदी
कमजोर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों के आकार को कम किया जिससे वायदा बाजार में चांदी की कीमत बुधवार को 546 रुपये की गिरावट के साथ 60,025 रुपये किलो रह गयी। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में दिसंबर महीने की डिलिवरी के लिये चांदी 546 रुपये यानी 0.9 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60,025 रुपये किलो रह गयी। इसमें 16,404 लॉट के लिये कारोबार हुआ। न्यूयार्क में चांदी की कीमत 0.51 प्रतिशत की गिरावट के साथ 23.80 डॉलर प्रति औंस बोली जा रही थी।
सर्राफा बाजार में भी गिरे सोना-चांदी
दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना भाव बुधवार को 694 रुपये टूटकर बंद हुआ। जबकि चांदी भाव में 126 रुपये की तेजी देखी गयी। एचडीएफसी सिक्युरिटीज के मुताबिक सोना 694 रुपये गिरकर 51,215 रुपये प्रति 10 ग्राम पर रहा। पिछले कारोबारी सत्र में यह 51,909 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। वहीं चांदी 126 रुपये बढ़कर 63,427 रुपये प्रति किलोग्राम पर रही। पिछले कारोबारी दिन में यह 63,301 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी। एचडीएफसी सिक्युरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ‘‘डॉलर के मुकाबले रुपये में सुधार के बीच दिल्ली के हाजिर बाजार में 24 कैरेट सोना भाव में 694 रुपये की गिरावट रही।’’ इस बीच लगातार दो दिन से गिर रहा रुपया बुधवार को डॉलर के मुकाबले 13 पैसे की बढ़त के साथ 73.33 पर बंद हुआ। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 1,892 डॉलर और चांदी 23.73 डॉलर प्रति औंस पर चल रही थी।
जारी रहेगा उतार-चढ़ाव
पिछले महीने 7 अगस्त को सोने ने वायदा बाजार में अपना उच्चतम स्तर यानी ऑल टाइम हाई छुआ था और प्रति 10 ग्राम की कीमत 56,200 रुपये हो गई थी। वहीं पिछले हफ्ते गुरुवार को सोना 50,286 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ। यानी तब से लेकर अब तक सोने में 5,914 रुपये की गिरावट आ चुकी है। चांदी भी 7 अगस्त के अपने ऑल टाइम हाई से करीब 16 हजार रुपये तक टूट चुकी है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंसियल सविर्सिज के जिंस शोध के उपाध्यक्ष नवनीत दमानी कहते हैं कि सोना ऊंचाई से गिरकर 50 हजार रुपये के दायरे में आया है, जबकि चांदी 60 हजार रुपये के दायरे में आ चुकी है। उनका मानना है कि आने वाले दिनों में भी उतार चढ़ाव जारी रह सकता है। केडिया कैपिटल के डायरेक्टर अजय केडिया मानते हैं कि स्टिमुलस पैकेज ने शेयर बाजारों के लिए स्टेरॉयड का काम किया। इसी की वजह से शेयर बाजार में तेजी आई है, लेकिन इसे नेचुरल नहीं कहा जा सकता।
फेस्टिव सीजन में भी कम रहेगी मांग
अक्टूबर-नवंबर के दौरान अमूमन सोने-चांदी की मांग काफी बढ़ जाती है। इसकी वजह है फेस्टिव सीजन का आना। दिवाली के करीब सोना-चांदी हमेशा चमकते हैं, लेकिन कोरोना की वजह से इस बार लोगों को आर्थिक तंगी झेलनी पड़ रही है, जिसका सीधा असर सोने-चांदी की मांग पर पड़ा है। मुंबई के एक गोल्ड डीलर का कहना है कि इस बार फेस्टिव सीजन के दौरान भी मांग कम ही रहने का अनुमान है, क्योंकि कीमतें काफी बढ़ चुकी हैं।
सोने-चांदी के लिए आकर्षण कायम
आर्थिक सुस्ती, अमेरिका-चीन के बीच तकरार और डॉलर में कमजोरी से सोने और चांदी की तेजी को आगे भी सपोर्ट मिलने के आसार हैं। कमोडिटी विशेषज्ञों की माने तो सोने और चांदी के प्रति निवेशकों को आकर्षण अभी कायम है क्योंकि कोरोना का कहर अभी टला नहीं है और शेयर बजार में अनिश्चितता बनी हुई है। विशेषज्ञ बताते हैं कि महंगी धातुओं के प्रति निवेशकों का आकर्षण कम नहीं हुआ है।