जनसागर टुडे/ पंकज राय
साहिबाबाद – भगवान बुद्ध नि:शुल्क पुस्तकालय, वाचनालय आश्रम रोड मेन बाजार नंदग्राम गाजियाबाद के प्रांगण में लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के संस्थापक/अध्यक्ष राम दुलार यादव द्वारा प्रतियोगी छात्रों में विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिता की तैयारी आई0 ए0 एस0, आई0 पी0 एस0, पी0 सी0 एस0, रेलवे, बैंकिंग, पुलिस भर्ती तथा उच्च शिक्षा एवं सामान्य ज्ञान की पुस्तक वितरित की गयी, वैश्विक महामारी कोरोना को ध्यान में रखते हुए मुख पट्टी (मास्क) का भी वितरण किया गया, कार्यक्रम की संचालिका सुधा गौतम ने सभी आये हुए आगंतुकों का आभार व्यक्त किया| शिक्षाविद मुकेश शर्मा, समाजवादी महिला सभा उपाध्यक्ष जनपद गाजियाबाद संजू शर्मा, प्रसिद्ध समाजसेविका बिन्दू राय भी कार्यक्रम में मुख्य रूप से शामिल रहीं|
प्रतियोगी छात्रों को सम्बोधित करते हुए लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट के संस्थापक/अध्यक्ष राम दुलार यादव ने कहा कि “संस्था का उद्देश्य देश और समाज में उच्च शिक्षा का प्रसार-प्रचार करना है इसी क्रम में पुस्तकालय में छात्रों के लिए उच्चकोटि की पुस्तकें उपलब्ध कराई जाती है जिससे यहाँ अध्ययन करने के बाद जब छात्र सरकारी सेवा में जायें या किसी जगह कार्यरत रहें तो उन्हें देश, समाज और व्यक्ति के सर्वांगीण विकास का कार्य करने में संकोच नहीं करना चाहिए तथा समाज में सद्भाव, भाईचारा, प्रेम और सहयोग, समता की भावना पुष्पित, पल्लवित हो, प्रयत्नशील रहना चाहिए”| कठिन परिश्रम, त्याग से ही सफलता मिलती है यह ध्यान में रखते हुए निष्ठा और लगन से अध्ययनरत रहना चाहिए| आज देश में शिक्षा और स्वास्थ्य दोनों की हालत चिन्ताजनक है, लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट शिक्षा और स्वास्थ्य के प्रति जन-मानस को जागरूक कर रहा है, उन्होंने कहा कि किसी भी प्रतियोगी छात्र को जिस भी पुस्तक की आवश्यकता होगी चाहे वह कितनी भी कीमत की हो तथा कहीं भी मिले उपलब्ध करायी जायेगी| वैश्विक महामारी कोरोना को ध्यान में रखते हुए लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट द्वारा 500 परिवारों में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए आयुष कवच (काढ़े) का भी वितरण किया गया| जो शुगर फ्री है, तथा कई रोगों में लाभदायक है|
कार्यक्रम में प्रतियोगी छात्र जो प्रतिदिन अध्ययनरत है पूजा गौतम, खुशबू, प्रियंका, मनीष, सतीश, धर्मेन्द्र यादव, सागर, आनन्द दूबे, गौरव पाल, पारस, शुभम, नमन मोदी, आदिव्य, धनराज, दीपक पाण्डेय, वंश, रोहित, सुभाष उपस्थित रहे|