जम्मू-कश्मीर /जनसागर टुडे: सीमा पार पाकिस्तान से घुसैपठ की तेज होती कोशिशों को देखते हुए भारतीय सेना ने जम्मू कश्मीर में अतिरिक्त 3 हजार जवानों की तैनाती कर दी है ताकि, ऐसी किसी भी घुसपैठ के प्रयासों को नाकाम किया जा सके। सूत्रों के हवाले से मीडिया को बताया गया कि नियंत्रण रेखा पर एक एडिशनल ब्रिगेड को तैनात किया गया है ताकि घुसपैठ रोकी जाए और इस कदम के अच्छे नतीजे भी देखने को मिल रहे हैं। उन्होंने बताया कि नियंत्रण रेखा पर तैनात किए गए जवानों ने सभी बड़े घुसपैठ के प्रयासों को सफलतापूर्वक नाकाम किया और आतंकियों को सीमा पार नहीं करने दिया। सूत्रों ने बताया कि इस वर्ष पाकिस्तानी सेना को आतंकियों की घुसपैठ कराने में ज्यादा सफलता नहीं मिली और वे अक्टूबर-नवंबर में शुरू होने वाली बर्फबारी से पहले वह इस तरह के कई प्रयास करेगी। भारतीय सेना एलओसी पर पूरी तरह से सक्रिय है और जवानों ने हाल ही में नॉर्थ कश्मीर के गुरेज सेक्टर में घुसपैठ के प्रयासों को नाकाम किया था। इस वक्त पाकिस्तान के कब्जे वाली कश्मीर में एलओसी पर पाकिस्तानी सेना के अतिरिक्त बटालियन तैनात हैं। लेकिन यह नहीं कहा जा सकता है कि वे चीनी सेना के समर्थन में भारत पर दबाव बनाने के लिए उन्हें तैनात किया गया है। अगर पाकिस्तान इस तरह की कोई हरकत करता भी है तो भारतीय सेना स्थिति से निपटने के ले पूरी तरह तैयार है। पाकिस्तान ने संघर्ष विराम उल्लंघन भी बढ़ाता आ रहा है और सेना प्रमुख जनरल एम. एम. नरवणे ने जम्मू कश्मीर का दौरा कर स्थिति की समीक्षा की थी। उनके इस दौरे में आर्मी चीफ ने एलएसी के अग्रिम ठिकानों का निरीक्षण किय था सैनिकों के ऑपरेशनल तैयारियों का जायजा लिया था। श्रीनगर में चिनार कॉप्र्स के सीनियर अधिकारियों की तरफ से सेना प्रमुख को सुरक्षा स्थिति के बारे में विस्तार से अवगत कराया गया। पाकिस्तानी सेना की तरफ से ऐसे वक्त पर संघर्ष विराम उल्लंघन के मामलों में तेजी देखी जा रही है जब भारत और चीन के बाद पूर्वी लद्दाख सेक्टर में सीमा विवाद के लेकर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है।